Dag, Jhalawar: झालावाड़ जिले के डग थाना क्षेत्र में पिछले दिनों डग तहसील में कार्यरत कानूनगो पर कार्यालय से घर लौटते समय हुई फायरिंग के मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने फायरिंग में शामिल मुख्य साजिशकर्ता सहित कुल 5 आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है.


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एक सप्ताह पूर्व ड्यूटी से लौटते समय हुई फायरिंग


पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में एसपी रिचा तोमर ने बताया कि डग तहसील में कार्यरत राजेश शर्मा पर एक सप्ताह पूर्व ड्यूटी से लौटते समय कुछ अज्ञात बदमाशों ने फायरिंग कर दी थी. जिसमें राजेश शर्मा घायल हो गए थे, जिनका इलाज झालावाड़ के जिला अस्पताल में चल रहा है. उनकी रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया. झालावाड़ पुलिस के 5 अधिकारियों सहित पुलिस के 100 जवानो की टीम, डीएसटी तथा जिला साइबर टीम पिछले 7 दिनों से मामले का खुलासा करने के लिए जुटी हुई थी. 


जिसने अनुसंधान में पाया कि राजेश शर्मा के पिता के नाम एक पुश्तैनी जमीन है, जिसमें 9 भाई हैं. जबकि रजिस्ट्री केवल दो भाइयों के नाम ही है. इसमें से एक भाई ने पुश्तैनी जमीन को मामला बढ़ता देख दो खरीदारों को बेच दिया. इसके बाद दोनों खरीदार महेंद्र सिंह व संजय मीणा पुश्तैनी जमीन को हथियाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाने लगे थे. खरीदार महेंद्र सिंह व संजय मीणा ने रास्ते में रोड़ा बन रहे कानूनगो राजेश शर्मा को रास्ते से हटाने का निर्णय लिया तथा कर्ज में डूबे हुए श्याम सिंह नामक व्यक्ति को पैसों का प्रलोभन देकर फायरिंग की घटना को अंजाम दिलवाया. 


5 आरोपी पुलिस की गिरफ्त में


पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अनुसंधान में पता चला है कि इस घटना की साजिश लगभग एक साल पहले उस समय रची गई थी, जब घटना में मुख्य साजिशकर्ता संजय मीणा किसी प्रकरण में श्याम सिंह के साथ बंद था. उसी दौरान संजय मीणा ने श्याम सिंह पर चढ़े कर्ज का फायदा उठाकर उसे राजेश शर्मा के ऊपर फायरिंग करने के लिए राजी कर लिया. पूरे मामले में वारदात में शामिल सभी पांच आरोपी अब पुलिस की गिरफ्त में है.


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