Jhalawar News: राजस्थान के झालावाड़ जिले के झालरापाटन के माधोपुर क्षेत्र में कल शटडाउन लेकर पोल पर मरम्मत कार्य कर रहे एक ठेका श्रमिक रणजीत भील की करंट से झुलस जाने से दर्दनाक मौत हो गई थी. हादसे के बाद देर शाम शव को पीएम के लिए जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया गया था.

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इधर, आज मृतक रणजीत भील के परिजनों ने आज एक आश्रित को सरकारी नौकरी तथा भारी भरकम मौजा राशि की मांग करते हुए जमकर हंगामा किया और शव का पोस्टमार्टम करवाने से मना कर दिया.

इधर, हंगामे को बढ़ता देख अस्पताल प्रशासन को पुलिस जाप्ता भी मौके पर बुलाना पड़ा. बाद में झालावाड़ एसडीएम संतोष मीणा भी मौके पर पहुंचे व मृतक के परिजनों से समझाइश की जिसके बाद आखिरकार मृतक के परिजन, शव का पोस्टमार्टम करवाने के लिए तैयार हुए.
 
दरअसल मंगलवार शाम को विद्युत कंपनी का एक ठेका कर्मी रंजीत की विधुत मरम्मत कार्य करते समय करंट से झुलसने से मौत हो गई थी, जिसके बाद परिजन मृतक को लेकर जिला अस्पताल में पहुंचे थे, जहां मृतक को मोर्चरी में रखा गया था.


आज सुबह मृतक के परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम करवाने से इनकार कर दिया और आश्रितों को नौकरी तथा मुआवजा देने की मांग को लेकर हंगामा करने लगे.


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बाद में मौके पर पहुंचे एसडीएम संतोष मीणा ने परिजनों से समझाइश की तब जाकर मामला शांत हुआ. उन्होंने बताया कि परिजनों की मांग के बाद मृतक के आश्रितों को 5 लाख रुपए का मुआवजा विद्युत विभाग के द्वारा  दिया जाएगा, वहीं आश्रितों को पेंशन भी मुहैया कराई जाएगी इसके साथ ही सरकार की चिरंजीवी योजना के तहत भी 5 लाख रुपए सहित सरकार की योजनाओं से भी आश्रितों को लाभ दिलाया जाएगा.


विद्युत कर्मचारियों पर लापरवाही बरतने के मामले में विभाग के द्वारा गठित टीम 7 दिनों के भीतर जांच रिपोर्ट देगी. जिन कर्मचारियों की इसमें लापरवाही रही है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.