Jhalawar: झालावाड़ जिले में आए-दिन गोतस्करी के मामले सामने आते रहते हैं. लेकिन अब गौ तस्करी में पुलिस की भी मिलीभगत का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. जिसमें 3 दिन पहले झालावाड़ जिले में गोवंश के संरक्षण के क्षेत्र में काम करने वाली सामाजिक संस्था गोपुत्र सेना के कार्यकर्ताओं ने अकलेरा क्षेत्र में तस्करी कर ले जाई जा रही गौ वंशों से भरी एक पिकअप गाड़ी और दो तस्करों को पीछा कर पकड़ा और बाद मे कानूनी कार्रवाई करने के लिए पुलिस को सुपुर्द कर दिया.


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लेकिन पुलिस ने सारे मामले में गौ तस्करों के खिलाफ कार्रलवाई करना तो दूर, बल्कि बाद में गौ तस्करों और तस्करी में प्रयुक्त गाड़ी को भी छोड़ दिया. सारे मामले में पूरे क्षेत्र में पुलिस पर करीब डेढ़ लाख रुपया लेकर तस्करों और तस्करी के काम में आने वाली गाड़ी को छोड़ने के आरोप लग रहे हैं.


मामले की जानकारी लगने के बाद गौ पुत्र सेना के कार्यकर्ताओं ने झालावाड़ दौरे पर पहुंचे प्रभारी मंत्री प्रमोद जैन भाया से मिलकर पुलिस की शिकायत करने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने सारा मामला खुलने के डर से कई घंटों तक सामाजिक कार्यकर्ताओं को भारी पुलिस के बीच कलेक्ट्रेट के बाहर रोके रखा. बाद में सारे मामले में मीडिया और कांग्रेस नेताओं का दखल होने के बाद पुलिस ने कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं को प्रभारी मंत्री से मिलने दिया, जिसके बाद गौ पुत्र सेना के कार्यकर्ताओ ने गौ तस्करी मे पुलिस की मिलीभगत की प्रभारी मंत्री को शिकायत दी. अब प्रभारी मंत्री प्रमोद जैन भाया ने सारे मामले में सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.


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गौरतलब है कि झालावाड जिले में गोवंश के संरक्षण के लिए काम करने वाली सामाजिक संस्था गौ पुत्र सेना के कार्यकर्ताओं ने कुछ दिन पहले एनएच 52 पर अकलेरा क्षेत्र में गौवंश से भरी गाड़ी और गौ तस्करों को तस्करी करते पकड़ा था और बाद में पुलिस को इस उम्मीद में सुपुर्द किया था कि पुलिस इस मामले में कोई सख्त कानूनी कार्रवाई करेगी. लेकिन पुलिस ने कार्यवाही करना तो दूर बाद में गुपचुप तरीके से तस्करों और गाड़ी को भी छोड़ दिया.


ऐसे में जिले भर में धार्मिक संगठनों और गौ पुत्र सेना के कार्यकर्ताओं में पुलिस की कार्यशैली को लेकर खासा रोष व्याप्त है, बाद में सारे मामले में पुलिस के आला अधिकारियों तक मामला पहुंचने पर आनन-फानन में मामले की लीपापोती करने के लिए जिला पुलिस अधीक्षक ने अकलेरा सीआई रामकिशन का तबादला पिडावा पुलिस थाने में कर दिया, लेकिन सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ता पुलिस की मिलीभगत की शिकायत प्रभारी मंत्री से करना चाहते थे.


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लेकिन पुलिस ने सारे मामले मैं भंडाफोड़ होने के डर से सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ताओं को भारी पुलिस जाब्ते के बीच प्रभारी मंत्री से मिलने नहीं दिया, बाद में कई घंटों की मशक्कत और मीडिया के दखल के बाद कुछ कार्यकर्ता प्रभारी मंत्री से मिलने में सफल हुए. इसके बाद अब प्रभारी मंत्री प्रमोद जैन भाया ने सारे मामले में जांच के लिए पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिए हैं, फिलहाल झालावाड एसपी रिचा तोमर ने सारे मामले की जांच झालावाड एसपी को सौंपी है, लेकिन इस सारे घटनाक्रम से पुलिस की जिले में छवि धूमिल हुई है तो वहीं पुलिस की तस्करों से सांठगांठ का भी खुलासा हुआ है .


Reporter- Mahesh Parihar