Jhalawar News:राजस्थान के झालावाड़ में आज विश्व पुरातन धरोहर दिवस पर कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. इसी कड़ी में आज जिले के गागरोन स्थित वर्ल्ड हेरिटेज गागरोन जल दुर्ग में शहर की पर्यटन विकास समिति ने विश्व धरोहर दिवस पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया.


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जिले के प्रमुख पर्यटक और ऐतिहासिक स्थलों के रखरखाव और उन्हें सहेजने के लिए प्रशासन से अपील की गई. इस दौरान जल दुर्ग गागरोन का भ्रमण करने के लिए पहुंचे कई देशी पर्यटकों ने भी प्रशासन और सरकार से यहां के बेहतर रखरखाव पर्यटकों के लिए सुविधाएं विकसित करने सहित अन्य विकास कार्य करवाए जाने की भी आवश्यकता पर जोर दिया.


गौरतलब है कि झालावाड़ के ऐतिहासिक जल दुर्ग गागरोन को यूनेस्को के द्वारा वर्ल्ड हेरिटेज की सूची में शामिल किया गया था. लेकिन इसके कई साल बीत जाने के बाद भी यहां पर पहुंचने वाले देशी विदेशी पर्यटकों को बेहतर सुविधा नहीं मिल पाती है. 



हालांकि इसके लिए सरकारों ने कई बार बजट भी जारी किया लेकिन लालफीताशाही के चलते उसका पूरा लाभ आमजनता व पर्यटकों तक नहीं पहुंच सका. गौरतलब है कि झालावाड़ जिले में डोड राजाओं द्वारा बनाए गए उत्तर भारत के एकमात्र जल दुर्ग गागरोन सहित गढ परिसर, ओपेरा शैली की भवानीनाट्य शाला,भवानी परमानन्द लाइब्रेरी कोलवी की बौद्ध कालीन ऐतिहासिक गुफाएं सहित कई अन्य ऐतिहासिक पर्यटन स्थल मौजूद हैं.


लेकिन इनका बेहतर रख रखाव और विकास कार्य नहीं करवाए जाने के चलते ये सभी खस्ताहाल हालत में है. ऐसे में पर्यटन विकास समिति के पदाधिकारी और देसी पर्यटकों ने भी इन सभी ऐतिहासिक धरोहरों पर ध्यान देने और उनके समुचित विकास रखरखाव के लिए पर्याप्त बजट जारी करने की सरकार से मांग की है.


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