Jhalawar News: झालावाड़ के असनावर मार्ग नेशनल हाईवे 52 पर अकोदियां गांव के समीप आज सुबह एक तेज रफ्तार ट्रक ने ट्रैक्टर ट्रॉली को पीछे से टक्कर मार दी. इस दुर्घटना में एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक गंभीर रूप से घायल है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

घायल को 108 एंबुलेंस द्वारा उपचार के लिए झालावाड़ के जिला अस्पताल में भर्ती करवाया है. उधर असनावर थाना पुलिस ने मृतक के शव का पोस्टमार्टम करवा कर अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया है.



असनावर थाने के एएसआई भंवर सिंह ने बताया कि असनावर का रहने वाला त्रिलोकचंद और रंगलाल आज सुबह ट्रैक्टर ट्राली से गिट्टी लेने के लिए तीनधार की ओर आ रहे थे. उसी दौरान अकोदियां गांव के समीप अकलेरा की ओर से आ रहे एक तेज रफ्तार ट्रक ने उनकी ट्रॉली को पीछे से टक्कर मार दी. अचानक लगी भीषण टक्कर से ट्रैक्टर चला रहा त्रिलोक चंद उछलकर सड़क पर जा गिरा और ट्रक के टायर के नीचे आ गया. 



रंगलाल भी सड़क पर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया. सूचना मिलने पर असनावर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों को 108 एंबुलेंस से झालावाड़ के एसआरजी अस्पताल लेकर आई. जहां परीक्षण के बाद चिकित्सकों ने त्रिलोकचंद को मृत घोषित कर दिया. जबकि रंगलाल को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है. उधर टक्कर के बाद ट्रक चालक ट्रक को मौके पर ही छोड़कर फरार हो गया.


पढ़ें झालावाड़ की एक और खबर


Jhalawar News: आसमानी आफत ने किसानों के अरमानों पर फेरा पानी! बे-मौसम बारिश में फसलें हुईं खराब


विदाई के मानसून ने एक बार फिर से पलटवार किया है और झालावाड़ जिला में रविवार और सोमवार का दिन आसमानी आफत बनकर बरस रहा है. अचानक हुई इस बेमौसमी बारिश से खेतों में खड़ी व कटी पड़ी फसलें भीग जाने से खराब हो गई हैं. बंपर पैदावार का सपना संजोए बैठे किसानों के अरमान भी बारिश के साथ ही बहते हुए नजर आ रहे हैं. हालांकि, रबी की बुवाई के लिए खाली पड़े खेतों को जरूर इस बे-मौसमी बारिश से फायदा मिलेगा. 


झालावाड़ जिला में मौसम ने एक बार फिर से पलटा खाया और रविवार देर रात से ही झमाझम बारिश का दौर शुरू हुआ, जो सोमवार सुबह तक भी जारी रहा. अचानक शुरू हुई इस बे-मौसमी बारिश ने किसानों की आंखों को भी भिगो दिया है. खेतों में इन दिनों सोयाबीन तथा उड़द की फसलें कटी पड़ी हैं, जो बारिश के कारण भीग गई हैं. ऐसे में गुणवत्ता खराब हो जाने से जींस का भाव भी कम मिलेगा और इसका सीधा नुकसान किसानों को उठाना पड़ेगा. 


उधर खानपुर उपखंड क्षेत्र में धान की बम्पर बुवाई हुई थी. जिसमें अब बालियां भी निकल चुकी हैं, लेकिन देर रात हुई बारिश के कारण सैकड़ों बीघा धान की फसल पानी भरे खेतों में आड़ी पड़ गईं. जिससे किसानों की कड़ी मेहनत पर पानी फिर गया है. बे-मौसमी बारिश से हुए नुकसान को लेकर भारतीय किसान संघ द्वारा भी अब प्रशासन से फसल खराब का सर्वे करवाकर किसानों को मदद पहुंचाने की मांग की जा रही है.