Jhalawar: झालावाड़ शहर के जिला जनाना अस्पताल में देर शाम एक प्रसूता की मौत के बाद उसके परिजनों ने गायनिक चिकित्सक और लेबर रूम स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया. घटना की सूचना के बाद अस्पताल चौकी पुलिस मौके पर पहुंची और मृतक महिला के शव को जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया. महिला के परिजनों ने लेबर रूम स्टाफ और चिकित्सक पर 20 हजार रुपए मांगने और उपचार नहीं करने का आरोप लगाया है. 


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डॉक्टर्स पर लापरवाही का आरोप


मृतक प्रसूता महिला रानू मेघवाल के पति कैलाश मेघवाल निवासी मिश्रोली ने बताया कि गत 3 दिन पूर्व प्रसव पीड़ा होने पर उसकी पत्नी को जनाना अस्पताल में भर्ती कराया गया था, तभी से वह लगातार दर्द से तड़पती रही, लेकिन तबीयत बिगड़ने पर भी डॉक्टरों और लेबर स्टाफ ने उपचार पर ध्यान नहीं दिया. ऐसे में देर रात उसकी मौत हो गई. मृतक प्रसूता के पति कैलाश मेघवाल ने आरोप लगाया कि उसने डॉक्टरों के पैर पकड़कर इलाज की गुहार की, लेकिन उन्होंने एक नहीं सुनी.
 
उधर पूरे मामले में जनाना अस्पताल अधीक्षक हेमेंद्र पाराशर ने बताया कि महिला के शरीर पर सूजन थी, जिससे सांस लेने में दिक्कत आ रही थी. प्रसूता अन्य गंभीर बीमारी से भी ग्रसित थी, जिससे उसकी मौत हो गई. चिकित्सकों द्वारा इलाज में कोई कोताही नहीं बरती गई, परिजनों का आरोप निराधार है. 


शव का मेडिकल बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम


उधर परिजनों की शिकायत के बाद पचपहाड़ तहसीलदार भी मौके पर पहुंचे और शव का मेडिकल बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया गया. पुलिस द्वारा मामले की जांच करवाई जा रही यदि कोई लापरवाही मिली तो अवश्य कार्रवाई होगी. 


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