JHALAWAR News: राजस्थान के झालावाड़ जिले के भालता ग्राम पंचायत के पचानखेडी गांव के लोगों नें पक्की सड़क की मांग को लेकर आगामी विधानसभा चुनाव में मतदान का बहिष्कार कर वोट नहीं डालने का फैसला किया है.  झालावाड़ जिला मुख्यालय से 60 किमी दूर स्थित पचानखेडी गांव के समीप के गांव से जोड़ने वाली मुख्य सड़क आज़ादी के इतने वर्षों बाद भी पक्की नहीं हुई ऐसे में बारिश के दौरान ग्रामीणों को काफी परेशानीयों का सामना करना पड़ता है.


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पचानखेडी गांव आदर्श ग्राम पंचायत भालता में आता है, जिनमें 30 परिवारो में 150 लोग रहते है. गांव में पक्की सड़क तो दूर की बात पंचायत मुख्यालय तक पहुंचने का अधिकृत रास्ता तक नहीं हैं. लोगों को घर से बाहर निकलने के लिए खेतों से होकर जाना पड़ता है, जो बारिश में बंद हो जाता है. 
ऐसे में एक रास्ता वन विभाग का है, जिससे निकलने में रात के समय स्थानिय लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ता है. ग्रामीणों ने रास्ते को लेकर  स्थानीय जनप्रतिनिधि और प्रशासन को कई बार अवगत करवाया, लेकिन कोई सानाधान नहीं मिलने पर ग्रामीण नाराज़ है और आगामी चुनाव में किसी को भी वोट नही देने का निर्णय किया है.


वही ग्रामीण जुझार सिंह का कहना है कि हमारे वोट की कोई कीमत नहीं है, नेताओ ने हमारे गांव में आज तक कोई काम नहीं किया, तो फिर  हम वोट देने क्यों जाए. आपको बता दे कि भालता पंचायत मुख्यालय पचानखेडी गांव से महज़ 3 किमी की दूरी पर  हैं, लेकिन अच्छी सड़क ना होने के कारण ग्रामिणों को 7 किमी का चक्कर लगाकर जाना पड़ता हैं. 


ऐसे में ग्रामिणों ने यह फैंसला किया है कि जब तक पचानखेडी गांव मूलभूत सुविधाओं से वंचित रहता है, जब तक रोड नहीं बन जाता तब तक मतदान नहीं देगें. उनका कहना है कि कई वर्षो से सड़क की हालत खराब है,लेकिन नेताओं ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया.