Jhalawar: राजस्थान के झालावाड़ जिले में कोरोना काल के दौरान विकट परिस्थितियों में अपनी सेवाएं देने वाले और कोरोना वॉरियर्स के रूप में तारीफ पाने वाले नर्सिंगकर्मी 9 माह से बकाया वेतन की मांग को लेकर बीते 8 दिनों से आंदोलन पर हैं और प्रतिदिन 3 घंटे कार्य बहिष्कार कर रहे हैं. 


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अपने कार्य बहिष्कार के आठवें दिन सभी नर्सिंग कर्मियों ने आज रैली निकाली और नारेबाजी करते हुए जिला अस्पताल से झालावाड़ मिनी सचिवालय परिसर पहुंचे और कई माह से बकाया चल रहा वेतन देने की मांग करते हुए चिकित्सा निदेशालय के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. 


इस दौरान राजस्थान नर्सेज संघर्ष समिति के जिला अध्यक्ष महेंद्र कुमार यादव ने बताया कि वे सभी जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में 106 नर्सिंगकर्मी चयनीत भर्ती 2018 के तहत अपनी सेवाएं दे रहे हैं. चिकित्सा निदेशालय के आदेश के बाद उन सभी को सीएमएचओ के अधीन कर दिया गया, लेकिन जिला चिकित्सालय की व्यवस्था बिगड़ने के बाद एक बार फिर इन्हें मौखिक आदेश पर जिला चिकित्सालय भेज दिया गया.


ऐसे में आदेशों की उलझन के चलते बीते 9 माह से उन्हें सेवाएं देने के बावजूद भी वेतन नहीं दिया जा रहा. ऐसे में अब उन्हें घर खर्च चलाना भी मुश्किल हो गया है. पैसे के अभाव में नर्सिंगकर्मी कैसे घर चलाएं और कैसे मकान का किराया चुकाए. सभी नर्सिंग कर्मियों की हालत सड़क पर आने जैसी हो गई है. 


उनकी मांग है, कि सभी नर्सिंग कर्मियों का समानीकरण कर उन्हें कई माह से चल रहा बकाया वेतन जारी किया जाए. यदि कल तक भी उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो सभी नर्सिंग कर्मी 15 जून से 3 दिन के लिए सामूहिक अवकाश पर चले जाएंगे. इस में जिला अस्पताल की व्यवस्थाएं के बिगड़ने की जिम्मेदारी भी अस्पताल प्रशासन और निदेशालय की होगी.


Reporter: Mahesh Parihar