Jhunjhunu news: राजस्थान के झुंझुनूं जिले में शिक्षा विभाग की उदासीनता के चलते पुराने स्कूल भवन की समय पर मरम्मत नहीं होने से स्कूल जर्जर हो गए हैं. जर्जर हुए इस भवन में अब अभिभावक अपने बच्चों को भेजने से कतराने लगे हैं. उदयपुरवाटी के नेवरी ढहर के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय का दशकों पुराना स्कूल भवन जर्जर हो चुका है. स्कूल भवन के कक्षा में कहीं बरसात का पानी टपकता है, तो कहीं छत और दीवारों से प्लास्टर उखड़ रहा है. 


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कुछ कक्षा में पट्टियां टूट चुकी हैं और इन पट्टियों के नीचे लगी गाडर में भी लचक आ चुकी है. स्कूल में कक्षों की कमी के बावजूद विद्यार्थियों को इसी जर्जर कक्षा कक्ष में मौत के साए में बैठकर पढ़ना पढ़ रहा है. जानकारी के अनुसार 1979 में नेवरी ढहर में प्राथमिक स्तर पर विद्यालय खोला गया. वर्ष 2003 में राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में क्रमोन्नत किया गया, लेकिन सुविधाओं का विस्तार नहीं किया गया. 


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स्कूल में ना तो बच्चों के बैठने के लिए पर्याप्त कक्षा कक्ष हैं और ना ही खेलने के लिए बेहतर मैदान. तीन कमरों की पट्टियां टूट कर गिरने के कगार पर हैं. इनमें एक कक्ष ज्यादा जर्जर हालात में है. छत से प्लास्टर उखड़ने के साथ गाडर झूलने लगी है. जिससे हर समय हादसे का अंदेशा बना रहता है. ग्रामीणों की शिकायत पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने जर्जर भवन की मरम्मत कराने की बजाय इनमें बच्चों को नहीं बैठाने के निर्देश दिए हैं. 


प्रधानाध्यापक जगदीश प्रसाद सैनी ने बताया कि कई बार विभाग को पत्र लिख चुके हैं. विभाग के उच्च अधिकारियों ने भी प्रस्ताव बनाकर सरकार को भेजा है. लेकिन अभी तक जर्जर भवन की मरम्मत नहीं कराई जा सकी है. वर्तमान में नेवरी ढहर की इस राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में 101 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं, लगातार जर्जर हो रहे भवन के प्रति शिक्षा विभाग के अधिकारियों की उदासीनता के कारण अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल भेजने से कतरा रहे हैं.