Jhunjhunu: सरकार हर घर में पीने का पानी मुहैया करवाने के दावे कर रही है. जलदाय विभाग का दावा है कि कहीं पर भी पीने के पानी को लेकर परेशान नहीं है, कमी जरूर है, लेकिन पानी नहीं पहुंच रहा. इस बात को पीएचईडी भी मानने को तैयार नहीं है, लेकिन अब हम आपको जो तस्वीर दिखाने जा रहे है, वो इस शर्मनाक सिस्टम की और झूठे दावों की पोल खोल रही है. 


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आपको जो तस्वीर दिखाई दे रही है. ये है झुंझुनूं के सोलाना गांव से गुजरने वाली नदी इलाके की, जहां पर झुग्गी बस्ती में कुछ परिवार रहते है. इन परिवार के महिला और पुरुष सुबह मजदूरी के लिए निकल जाते है, लेकिन पीने के पानी की व्यवस्था का जिम्मा पांच-सात साल की उम्र के बच्चों के सिर होता है. ऐसी ही तस्वीर हमारे कैमरे में कैद हो गई, जिसमें छोटी छोटी बच्चियां पढने, खेलने की उम्र में ऊंटों पर पानी ले जा रही है. 


गिरती संभलती ये बच्चियां तस्वीरों में पानी की ​जद्दोजहद करती साफ दिखाई दे जाती है, लेकिन प्रशासन इनकी व्यवस्था करने में नाकाम है और ना ही इनकी सुनवाई करता है. बहरहाल, हमने एक बच्ची से बात की तो पता चला कि वे सुबह शाम पीने के पानी के लिए प्लास्टिक के डिब्बे भरकर ले जाती है. यदि एक टाइम भी पानी ना ले जाए तो पीने के लिए भी पानी नहीं होता. करीब दो से तीन किलोमीटर ऊंटों पर प्लास्टिक के डिब्बो में पानी ले जाया जाता है. इनमें भी पानी डिब्बो से रिसता रहता है. 
Report- Sandeep Kedia
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