Jhunjhunu News: झुंझुनूं से इस वक्त की बड़ी खबर मिल रही है. झुंझुनूं के धनखड़ अस्पताल के संचालक डॉ. संजय धनखड़ की लापरवाही से हुई महिला ईद बानो की मौत के मामले में अब आंदोलन की तैयारी चल रही है. मदरसा बोर्ड के झुंझुनूं जिलाध्यक्ष इमरान बड़गुर्जर ने बताया कि पांच मांगों को लेकर सोमवार सुबह 10 बजे से कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया जाएगा. आंदोलन किया जाएगा. वहीं जब तक मांग नहीं मानी जाएगी. तब तक शव भी नहीं लिया जाएगा. 


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उन्होंने बताया कि मृतका ईद बानो के परिजनों, ग्रामीणों और विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों से बातचीत कर परिवार को एक करोड़ रूपए की सहायता देने, ईद बानो के पति को संविदा पर नौकरी देने, डॉ. संजय धनखड़ की संपत्ति पर बुलडोजर चलाने, केस को फास्ट ट्रेक पर चलाकर जल्द से जल्द फांसी की सजा देने तथा डॉ. धनखड़ के अस्पताल में अब तक जो भी मौत हुई है. उनकी सीबीआई से जांच करवाने की मांग की जाएगी. 



बता दें कि 15 मई को डॉ. संजय धनखड़ द्वारा किए गए गलत ऑपरेशन के कारण ईद बानो की जान चली गई. जिसका शव जयपुर की एसएमएस अस्पताल की मोर्चरी है. झुंझुनूं में ग्रामीणों का कहना है कि जब तक मांग नहीं मानी जाएगी. जयपुर में शव नहीं लिया जाएगा. सोमवार को आंदोलन में शामिल होने के लिए कई संगठनों से भी संपर्क साधा गया है.


क्या है पूरा मामला
झुंझुनूं के चर्चित किडनी कांड से प्रभावित हुई महिला की करीब ढाई महीने बाद इलाज के दौरान मौत हो गई है. जयपुर के एसएमएस अस्पताल में महिला का इलाज चल रहा था, जिसके शव को सोमवार सुबह तक गांव लाया जाएगा. जानकारी के मुताबिक, झुंझुनूं जिला मुख्यालय के धनखड़ अस्पताल में डॉ. संजय धनखड़ ने नूआं निवासी ईद बानो का ऑपरेशन किया था. जिसमें उन्हें ईद बानो की संक्रमित किडनी निकालनी थी लेकिन बगैर यूरोलॉजिस्ट और एनेस्थेटिक के ही डॉ. धनखड़ ने लापरवाही से ऑपरेशन करते हुए ईद बानो की संक्रमित की बजाय स्वस्थ किडनी निकाल दी, जिससे ईद बानो की तबीयत और बिगड़ गई. 



जब डॉ. धनखड़ को इसके बारे में पता चला तो वे भी परिवार को रुपयों का झांसा देने पहुंचे लेकिन ऐसा हो नहीं पाया. प्रशासन भी इस खबर के बाद हरकत में आया. इस मामले में एक तरफ ईद बानो का इलाज जयपुर में चल रहा था. तो दूसरी तरफ पुलिस ने डॉ. संजय धनखड़ को गिरफ्तार कर लिया था. फिलहाल डॉ. धनखड़ जेल में बंद है. जिला एवं सेशन न्यायालय से उनकी जमानत याचिका खारिज हो चुकी है. हाईकोर्ट में अभी उनकी याचिका पर सुनवाई चल रही है. लेकिन कोई फैसला नहीं हुआ है. इसी बीच रविवार को ईद बानो ने जयपुर के एसएमएस अस्पताल में आखिरी सांस ली. 


ईद बानो झुंझुनूं के नूआं गांव की रहने वाली है. जिसने 15 मई को धनखड़ अस्प्ताल में अपना ऑपरेशन करवाया था. आपको बता दें कि डॉ. धनखड़ को लेकर चिकित्सा विभाग की टीम ने जांच की थी. जिसमें ईलाज में लापरवाही, बगैर यूरोलॉजिस्ट और एनेस्थेटिक के ऑपरेशन करना, किडनी निकालने के बाद उसके निस्तारण में बायोवेस्ट कानून की पालना ना करना समेत कई आरोप रिपोर्ट में लगाए गए थे.


क्या है किडनी कांड
15 मई 2024 को नूआं गांव की ईद बानो का हुआ झुंझुनूं में ऑपरेशन
धनखड़ अस्पताल में डॉ. संजय धनखड़ ने किया था ऑपरेशन
ऑपरेशन में संक्रमित किडनी निकालनी थी डॉ. संजय धनखड़ को
लेकिन डॉ. संजय धनखड़ ने संक्रमित की बजाय स्वस्थ किडनी निकाली थी
स्वस्थ किडनी निकालने से बिगड़ गई थी ईद बानो की तबियत
त​बियत बिगड़ी तो डॉ. संजय धनखड़ ने कर दिया था जयपुर रैफर
डॉ. संजय धनखड़ ने परिवार को दिया था पैसों का भी झांसा


कौन है डॉ. संजय धनखड़
झुंझुनूं के सर्जन हैं डॉ. संजय धनखड़
सरकारी सेवाओं से निलंबित हो चुके है डॉ. संजय धनखड़
नियमों को ताक पर रखकर चला रहे थे धनखड़ अस्पताल
किडनी जैसे, गंभीर ऑपरेशन भी बिना ऐनेथेस्टिक के कर रहे थे
2016 में अंसारी कॉलोनी निवासी बुजूर्ग की मौत के कारण आए थे विवाद में
2020 में सुलताना की एक महिला की मौत को लेकर भी आए थे विवाद में
बगैर यूरोलॉजिस्ट और एनेस्थेटिक के किया था ईद बानो का ऑपरेशन
ऑपरेशन कर संक्रमित की जगह स्वस्थ किडनी निकाली डॉ. संजय धनखड़ ने.