madhya pradesh news-देश की राजधानी में बढ़ते प्रदूषण जैसे हालात भोपाल में भी देखने के मिल रहा है. भोपाल में AQI का स्तर खराब श्रेणी में पहुंच गया है, पिछले कुछ समय से हवा में प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है. राजधानी भोपाल का एयर क्वालिटी इंडेक्स 300 के पार पहुंच गया है. इसका मुख्य कारण कूड़ा-कचरा और पराली जलाना माना जा रहा है.
क्या है कारण
प्रशासन का कहना है कि राजधानी में बढ़ते प्रदूषण के स्तर के पीछे का कारण पराली और कचरे का जलाना है. पराली जलने से निकलने वाला धुंआ भोपाल की आबो-हवा को लगातार खराब कर रहा है. इससे हवा में ऑक्सीजन की मात्रा पर भी असर पड़ रहा है. शहर के आसपास के खेतों में पराली जलाना, सड़कों पर उड़ने वाली धूल हवा को प्रदूषित कर रही है. ऐसे में शहर में रहने वाले लोगों को सांस लेने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. इसके अलावा बीमारियों का खतरा भी बढ़ने लगा है.
धान कटाई के बाद हुआ इजाफा
गौरतलब है कि धान की कटाई के बाद भोपाल में प्रदूषण के स्तर में इजाफा हुआ है. शहर के आसपास किसान धान कटाई के बाद पराली जला रहे है, इससे उठने वाले धुंए से शहर की हवा पर बुरा असर पड़ रहा है. बढ़ते AQI के स्तर को लेकर जिला कलेक्टर ने पराली जलाने पर आदेश जारी किए थे. लेकिन कलेक्टर के आदेशों की सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं.
बीमारियों का बढ़ा खतरा
भोपाल में खराब हवा में सांस लेने में लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. वहीं खराब हवा में सांस लेने से कई तरह की बीमारियों का खतरा भी लगातार बढ़ रहा है, प्रदूषण की वजह से लोग अस्थमा, कैंसर, जुकाम, आंखों में जलन जैसी बीमारियों से पीड़ित हो रहे हैं. डॉक्टरों ने लोगों को घर से कम निकलने और कम बाहर जाने की सलाह दी हैं. साथ ही घर से निकलते समय मास्क का इस्तेमाल जरुर करें.
क्यों है प्रदूषण जानलेवा
लंबे समय तक खराब हवा में सांस लेना शरीर के लिए बेहद खतरनाक है. प्रदूषित हवा में सांस लेने से फेफड़ों में जलन हो सकती है और सांस लेने में तकलीफ, खांसी, सीने में दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं. दुनियाभर में हर साल खराब हवा की वजह से 70 लाख लोगों की मौत होती है. वहीं नवजात बच्चों के लिए प्रदूषण जानलेवा है.