Jhunjhunu: मेरी माटी मेरा देश अभियान, अमृत सरोवर और शहीदों के घर की मिट्टी पहुंचेगी दिल्ली
Jhujhunu: राजस्थान के झुंझुनूं जिले की पहचान गौरव सेनानी जिले के रूप में होती है. आजादी के 76 साल पूरे होने पर शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों यादों को चीर स्थाई बनाने के लिए गांव में शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों के नाम की शिलापट्टिका लगाई जा रही हैं. मंगल गीतों के साथ अमृत वाटिका के लिए कलश में मिट्टी एकत्रित की जा रही हैं.
Jhujhunu News: जिस मिट्टी के कण कण में देशभक्ति का जज्बा बसा हो वह मिट्टी अब अमृत कलश के साथ नई दिल्ली जाएगी. आजादी के 76 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में केंद्र सरकार के नए नवाचार के तहत मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम का आयोजन जिले भर में किया जा रहा है.
मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम
कार्यक्रम के तहत आजादी के 75 साल पूरे होने पर शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों यादों को चीर स्थाई बनाने के लिए गांव में शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों के नाम की शिलापट्टिका लगाई जा रही हैं. मंगल गीतों के साथ अमृत वाटिका के लिए कलश में मिट्टी एकत्रित की जा रही हैं.
आजादी के 75 साल पूरे होने पर मेरी माटी मेरा देश अभियान के तहत जिले के 336 ग्राम पंचायतों में शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों यादों को चिरस्थाई बनाने को लेकर ग्राम पंचायतों में उनके नाम की शिलापट्टिका लगाई जा रही हैं. इसी क्रम में सारी गांव में सरपंच उम्मेद सिंह बराला की अगुवाई में मालपुरा रोड स्थित अमृत सरोवर के पास गांव के 2 शहीदों की यादों को चिरस्थाई बनाने को लेकर अमृत वाटिका तैयार की गई.
अमृत वाटिका तैयार
अमृत वाटिका में ग्रामीणों ने 75 तरह के पौधे लगा पंचप्राण की शपथ लेते हुए वीरों को वन्दन किया. सरपंच उम्मेद सिंह बराला ने बताया अमृत वाटिका में गांव के 2 शहीदों के नाम की दो शिलापट्टिका लगाने को लेकर स्मारक बनाया जा रहा है.
शहीदों के नाम की शिलापट्टिका लगेगी
इस स्मारक पर गांव के दोनों शहीदों के नाम की शिलापट्टिका लगेगी. गांव में सेना की तैयारी कर रहे युवा शहीदों के नाम की शिलापट्टिका से प्रेरणा मिलेगी. सरपंच उम्मेद सिंह बराला ने बताया कि शहीदों के सम्मान में शिलापट्टिका लगाना गर्व की बात है. गांव के शहीद सुरजाराम बराला और प्रह्लाद सिंह सोमरा के नाम की शिलापट्टिका अमृत वाटिका में लगाई जाएगी. इन शिलापट्टिका से युवाओं के साथ आमजन को प्रेरणा मिलेगी.
झुंझुनूं के जर्रे-जर्रे में शहादत की गाथाएं
देश को सबसे अधिक सैनिक और शहीद देने के कारण झुंझुनूं जिले की पहचान गौरव सेनानी जिले के रूप में होती है. गांव ढाणियों में लग रही शिलापट्टिका युवाओं को नई प्रेरणा देगी. गांव के अमृत सरोवर और शहीद और स्वतंत्रता सेनानीयों के घरों से मिट्टी एकत्रित कर उसे कलश में भरकर अमृत वाटिका के लिए दिल्ली ले जाया जाएगा. मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम शहीद और स्वतंत्रता सेनानी परिवारों के साथ-साथ ग्रामीणों के लिए गौरवशाली पल है.
ये भी पढ़ें- जोधपुर जिले से अलग हुआ जोधपुर ग्रामीण, धर्मगुरुओं के मंत्रोच्चारण के साथ हुआ नए जिले का गठन
नई ऊर्जा का संचार
मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम के जरिए शहीद और स्वतंत्रता सेनानी परिवारों का ग्रामीणों द्वारा जो मान सम्मान किया जा रहा है वह आमजन को देशभक्ति की भावना ओतप्रोत कर रहा है. आजादी के अमृत काल में यह नया नवाचार युवाओं में एक नई ऊर्जा का संचार कर रहा है.
झुंझुनूं के गांव ढाणियों में लगी शहीदों की आदमकद प्रतिमाओं से यहां के युवा प्रेरणा लेकर सेना में जाने की तैयारी करते हैं. गांव ढाणियों में शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों की शिलापट्टिका भी युवाओं में नई ऊर्जा का संचार करेंगी. शिलापट्टिका स्थल पर गांव के युवा और आमजन वीरों को वंदन भी कर सकेंगे.