Jhunjhunu News: भाजपा में लगातार बगावत जारी है. अब झुंझुनूं में भी बगावत का शंखनाद हो गया है. झुंझुनूं विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी रहे और भाजपा ​के जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र भांबू को टिकट ना मिलने के कारण उनके कार्यकर्ताओं और समर्थकों में नाराजगी है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

आज झुंझुनूं जिला मुख्यालय पर भांबू व उनके समर्थकों की ओर से जनसंवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें राजेंद्र भांबू ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया. इस जन संवाद कार्यक्रम में झुंझुनूं विधानसभा क्षेत्र से करीब पांच हजार से अधिक लोग पहुंचे. मंच पर टिकट के एक अन्य दावेदार राजीव चौधरी गुड्डू के अलावा भाजपा व आरएसएस से जुड़े लोग भी दिखें.


यह भी पढ़ेंः मौसम विभाग का अलर्ट! प्रदेश में लुढ़केगा तापमान, चार दिन बारिश से बढ़ेगी ठंड


इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि जिस तरह से भांबू ने पांच साल तक झुंझुनूं विधानसभा क्षेत्र के लोगों की सेवा की है और पार्टी को मजबूत करने का काम किया है. उस लिहाज से उन्हें टिकट मिलना चाहिए था, लेकिन यदि टिकट नहीं भी मिला तो झुंझुनूं की आन, बान और शान के लिए उन्हें चुनाव मैदान में आना चाहिए, जिसे भांबू ने स्वीकार किया.


इस मौके पर भांबू ने कहा कि एक छोटे से निवेदन पर हजारों की संख्या में पहुंचे लोगों में ना केवल टिकट के गलत वितरण को लेकर आक्रोश था. बल्कि उनके प्रति स्नेह और प्यार भी था. सभी की भावनाओं को देखते हुए उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला लिया है. उन्होंने इस मौके पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय की लाइन को दोहराते हुए कहा कि जब संगठन कोई गलत फैसला कर लेता है, तो कार्यकर्ताओं का फर्ज बनता है कि उसे सही करें. इसी सिद्धांत के तहत उन्होंने फैसला लिया है. उन्होंने कहा कि एक-दो लोग उनसे कुंठित थे, जो यह मन में घर बना बैठे कि यदि भांबू रहा तो उनकी महत्वाकांक्षा में बाधा बनेगा इसलिए मेरी टिकट षड़यंत्र से कटवाई गई. 


यह भी पढ़ेंः Jhunjhunu: नटवरलाल से नेताजी बनने की दिलचस्प कहानी! कभी फर्जी मंत्री बनकर जमाते थे रौब, अब जता रहे टिकट की दावेदारी