Jhunjhunu: झुंझुनूं में आरटीएच का विरोध लगातार जारी है. नवलगढ़ में एक साल पहले कथित प्रताड़ना से सुसाइड करने वाली डॉ. अर्चना शर्मा को भी श्रद्धांजलि दी.इसके बाद हाथों में कैंडल लिए सभी चिकित्सक मुख्य मार्गों से होते हुए घूमचक्कर पहुंचे. जहां पर उन्होंने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इस मौके पर नवलगढ़ के प्रसिद्ध महिला चिकित्सक डॉ. मिनाक्षी जांगिड़ ने कहा कि सरकार खुद तय नहीं कर पा रही है कि निजी चिकित्सकों की सुननी है या नहीं. मुख्यमंत्री और चिकित्सा मंत्री के मत ही अलग-अलग है, चिकित्सा मंत्री कहते है कि हम चाहे हड़ताल करें या ना करें. उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता.


तो वहीं, मुख्यमंत्री अपील कर रहे है कि सभी काम पर लौट आए. चिकित्सा मंत्री को अपने सरकारी तंत्र पर भरोसा है. लेकिन इसी सरकारी तंत्र के भरोसे आज मरीज मर रहे है. जिससे हर चिकित्सक की आत्मा दुखी है. लेकिन चिकित्सक अन्याय नहीं सह सकते. यह लड़ाई सिर्फ और सिर्फ अन्याय के खिलाफ है. कोई भी चिकित्सक भविष्य में डॉ. अर्चना शर्मा की तरह नहीं मरना चाहता. इसी कारण से हमें आरटीएच नहीं चाहिए.
ये भी पढ़ें- REET 3rd Grade Teacher Transfer : क्या मई में होंगे अब तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले? प्लान हुआ तैयार,बोर्ड एक्जाम के बाद आएगी तेज