Jhunjhunu: झुंझुनूं के बुहाना उपखंड क्षेत्र के लालामांडी ग्राम पंचायत के नानवास गांव में खेतों में खड़ी सरसों की फसल पर ओले गिरते हुए देखे तो किसान को दिल का दौरा पड़ गया. परिजन बुजूर्ग को लेकर बुहाना सामुदायिक अस्पाताल में उसके बाद नारनौल लेकर गए. लेकिन रास्ते में ही दम तोड़ दिया. बता दें कि गत दिवस जिले में कई स्थानों पर ओलावृष्टि हुई है. जिसके कारण किसानों की फसल में नुकसान हुआ है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

गांव नानवास निवासी 52 वर्षीय किसान ताराचंद नेहरा पुत्र सुखदेवसिंह ने 80 बीघा में सरसों, गेंहू व चने की फसल उगाई हुई थी. खेत में ही घर बना रखा था. जहां पर आराम कर रहे थे. इसी दौरान बारिश व ओलावृष्टि शुरू हो गई. परिजनों के अनुसार सरसों की पकी फसल पर बारिश व ओले गिरते देखकर किसान ताराचंद खेत में ही गिर गए और अचेत हो गए. परिजनों ने इसकी सूचना गांव में दी. सूचना के बाद ग्रामीण मौके पर पहुंचे और ताराचंद को अस्पताल लेकर गए. जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. 


मौके पर पहुचें भाजयुमो के पूर्व जिलाध्यक्ष सतीश गजराज ने कहा कि वह सरकार और जिले के प्रशासन से यह मांग करते है कि जिन किसानों की फसल खराब हुई है उनकी शीघ्र गिरदावरी करवाकर मुआवजा दिया जाना चाहिए. सरंपच प्रतिनिधि करतारसिंह ने कहा कि इस ओलावृष्टि से किसानों को बहुत नुकसान हुआ है, किसान बड़े हताश है. ओलावृष्टि के कारण गांव के किसान की मौत बहुत ही दुखद है. सरकार को इस मामले में तुरंत प्रभाव से कदम उठाकर किसानों की सहायता करनी चाहिए.


इस दौरान रामेश्वर चौधरी, ओमप्रकाश गर्सा मुरादपुर, सत्यवीर कुहाडवास, राजवीर बापडोली, मोनू कुहाड़वास, ओमप्रकाश झारोड़ा, रामेश्वर कालीरावणा, सरंपच रमेश भालोठिया, बलबीरसिंह, धर्मेंद्र कालीरावणा, रमेश मेघवाल, खेमचंद तुदवाल, हवासिंह नेहरा, धर्मवीर, रोहताश, हरद्वारी, वीरसिंह, उम्मेदसिंह मौजूद रहे. इधर, भाजपा नेता सतीश गजराज ने बताया कि बुहाना-सिंघाना पंचायत समिति के लगभग सौ गांवों में ओलावृष्टि ने किसानों की पकी पकाई फ़सल को नष्ट कर दिया है. 


इसका आंकलन कर जल्द मुआवजा दिए जाने की मांग को लेकर 27 मार्च सोमवार सुबह 11 बजे जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन कर कलेक्टर से मुलाकात की जाएगी. ओलावृष्टि से तबाह हुई फसल के कारण पीड़ित किसानों के खेतों में जाकर भाजपा नेता सतीश गजराज ने ढांढ़स बंधाया. उपखंड के अधिकारियों से बात कर दो दिन में सभी गांवों में पटवारी व गिरदावर को भेजकर आंकलन कर रिपोर्ट जिला कलेक्टर को भेजने की बात कही. जिस पर तहसीलदार बुहाना ने तत्काल कार्रवाई करते हुए समस्त पटवारियों व गिरदावरों को गांवों में फसल खराबे का आकलन करने के निर्देश जारी किए. 


ढाकामांडी व झांझा गांव के खेतों में पटवारी, गिरदावर के साथ सैंकड़ों ग्रामीणों ने मौका निरीक्षण करवाया. गजराज ने सभी ग्रामीणों से अपील की सोमवार को जिला मुख्यालय पर पहुंच कर किसानों की आवाज बुलंद करें.


ये भी पढ़ें-


कांग्रेस नेताओं का सत्याग्रह, 28 से जनता-कार्यकर्ताओं के बीच जाएंगे गहलोत-रंधावा-डोटासरा