Jhunjhunu news: झुंझुनूं नगर परिषद में रोशनी-सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए स्थायी लोक अदालत द्वारा नियुक्त न्याय मित्र केके गुप्ता नाराज नजर आए.दो दिन के दौरे पर आए केके गुप्ता ने ना केवल झुंझुनूं नगर परिषद की मुख्य सड़कों और गली-मोहल्लों का जायजा लिया. बल्कि वे मोडा पहाड़ पर बनाए गए कचरा यार्ड पर भी पहुंच गए.


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सभी जगहों का जायजा लेने के बाद उन्होंने पत्रकार वार्ता की. नगर परिषद के अधिकारियों पर जमकर नाराजगी जाहिर की.उन्होंने कहा कि अधिकारी काम करना नहीं चाहते. उनके निर्देशों के बावजूद काफी जगहों पर काम में लापरवाही बरती गई है.


निस्तारण के लिए एमआरएफ सिस्टम 


 इसकी रिपोर्ट वे माननीय न्यायालय में तो प्रस्तुत करेंगे ही. साथ ही मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा तथा बनने वाले डीएलबी मिनिस्टर को भी प्रस्तुत करेंगे. क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि हर गांव,हर शहर स्वच्छ बनें. लेकिन झुंझुनूं नगर परिषद स्वच्छता की दिशा में कोई काम नहीं कर रही है. उन्होंने कहा कि दो सालों से कचरे के निस्तारण के लिए एमआरएफ सिस्टम आया हुआ है.


आज तक काम नहीं लिया गया 


सरकार ने लाखों रुपए खर्च कर सिस्टम भेजा है, लेकिन केवल मात्र बिजली का कनेक्शन नहीं होने के बहाने से वो सिस्टम आज तक काम नहीं लिया गया है.यह दुर्भाग्य है कि नगर परिषद की डिमांड पर बिजली विभाग दो साल से कनेक्शन नहीं देर है. 


सिस्टम को रनिंग में लाया जाएगा


यह सिर्फ काम ना करने का बहाना है. उन्होंने कहा कि 15 दिनों के अंदर अंदर कनेक्शन करवाकर इस सिस्टम को रनिंग में लाया जाएगा. साथ ही उन्होंने शहरवासियों से अपील की है कि वे जागरूक बनें. जहां पर भी कचरा दिखे और नगर परिषद सुनवाई ना करें.तो उन्हें जानकारी दें. शहर को स्वच्छ बनाने की जिम्मेदारी जो न्यायालय ने उन्हें दी है. वे पूरी तरह निभाएंगे.


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