Jhunjhunu News:राजस्थान के झुंझुनूं शहर के राजकीय बीडीके अस्पताल के पालना गृह में शनिवार देर रात प्रीमेच्योर डिलीवरी से जन्मे एक बच्चे को कोई छोड़कर चला गया. 6 घंटे पहले जन्मे बच्चे की सांसें एकबारगी तो रुक गई थी. लेकिन अस्पताल के डॉक्टरों व स्टाफ ने सीपीआर देकर उसका जीवन बचा लिया. 


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पालना गृह की घंटी बजी तो दौड़े चिकित्साकर्मी
हालांकि समय पूर्व प्रसव होने के चलते बच्चे की हालत काफी नाजुक बनी हुई है.अस्पताल के पालना गृह में रात को नवजात को छोड़ दिया. घंटी बजने पर अस्पताल स्टाफ ने बच्चे को संभाला. प्रारंभिक जांच में बच्चे की सांस रुकी देखकर वहां मौजूद स्टाफ ने उसे सीपीआर देना शुरू किया. वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. जितेंद्र भांबू व डॉ. विजय झाझड़िया को बुलाया. 



नवजात बालक की हालत बताई जा रही है गंभीर
दोनों डॉक्टरों ने बच्चे को एडमिट कर उसका उपचार शुरू किया. इसके बाद उसकी स्थिति में थोड़ा सुधार हुआ है. डॉ. भांबू ने बताया कि बच्चे का वजन करीब डेढ़ किलो है तथा 6 से 12 घंटे पहले ही संस्थागत प्रसव के जरिए उसकी प्रीमेच्योर डिलीवरी हुई है. 



पीएमओ डॉ. संदीप पचार ने की पुष्टि
प्रीमेच्योर डिलीवरी होने के कारण सांस लेने में बच्चे को परेशानी हो रही है. इस कारण नवजात की हालत गंभीर बनी हुई है. गौरतलब है कि इससे पहले 22 मई को भी बीडीके अस्पताल के पालना गृह में एक बच्चा मिला था.





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