Jhunjhunu: महिला और उसकी बेटी के साथ मारपीट मामला, नवलगढ़ सीआई को तुरंत हटाने की मांग
Jhunjhunu: महिला और उसकी बेटी के साथ मारपीट के मामले में नवलगढ़ सीआई को तुरंत हटाने की मांग की जा रही है.आरोपियों को शांतिभंग में गिरफ्तार कर छोड़ने का आरोप लगाया जा रहा है.नवलगढ़ प्रधान दिनेश सुंडा की अगुवाई में ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया.
Nawalgarh, Jhunjhunu: झुंझुनूं के नवलगढ़ से बड़ी खबर मिल रही है. झुंझुनूं के नवलगढ़ थाना इलाके के भगेरा गांव में गत दिनों हुई महिला और उसकी बेटी के साथ मारपीट की घटना ने तूल पकड़ लिया है. वहीं अब ग्रामीण नवलगढ़ सीआई को हटाने की मांग पर अड़ गए हैं. दरअसल आज निवाई गांव में प्रस्तावित भीमोत्सव की तैयारियों को लेकर नवलगढ़ प्रधान दिनेश सुंडा पहुंचे थे. इसी दौरान उनसे भगेरा गांव के लोग मिले और उन्होंने बताया कि हाल ही में भगेरा गांव में एक महिला और अपनी मां को बचाने गई उसकी बेटी के साथ की गई बर्बरतापूर्ण मारपीट मामले में आज तक पुलिस कड़ी कार्रवाई नहीं कर पा रही है.
जबकि महिला की बेटी जिंदगी और मौत के बीच झूल रही है. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि नवलगढ़ सीआई ने आरोपी लोगों के प्रभाव में आकर जानलेवा हमले की धाराओं में कार्रवाई ना करते हुए महज शांतिभंग में आरोपियों को गिरफ्तार किया और छोड़ दिया.अब आरोपी फिर से गांव में दहशत पैदा किए हुए है. जिस पर दिनेश सुंडा तुरंत ग्रामीणों के साथ नवलगढ़ के जिला अस्पताल पहुंचे और घायल मां-बेटी व परिवार के एक अन्य सदस्य के स्वास्थ्य की जानकारी ली. इस मौके पर सुंडा ने चिकित्सकों को हिदायत दी कि दोनों के ईलाज में कोई भी लापरवाही नहीं होनी चाहिए.
इसके बाद सुंडा के नेतृत्व में सभी ग्रामीण जिला अस्पताल के बाहर धरने पर बैठ गए. सुंडा ने बताया कि जब तक नवलगढ़ सीआई को हटाया नहीं जाता और आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती. बेमियादी धरना जारी रहेगा. इस मौके पर श्रवण सिंह निवाई ने आरोप लगाया कि उन पर लगातार समझौता करने का दबाव पुलिस द्वारा डाला जा रहा है. इस मौके पर निवाई सरपंच मंजू श्रवण सिंह, कारी सरपंच सुमेर, पूर्व पार्षद सुभाष बुनकर, जिला परिषद सदस्य धनपत सुनिया, पूर्व सरपंच रोहिताश, सरपंच प्रतिनिधि नरेंद्र कड़वाल, पूर्व जिला परिषद रामेश्वर कल्याण, जोरावरसिंह, मुकुन्दगढ़ ब्लॉक अध्यक्ष सुरेश मेघवाल, नवलगढ ब्लॉक के पूर्व कॉंग्रेस अध्यक्ष राजेंद्र मेघवाल सहित सर्व समाज के कई लोग मौजूद रहे.
इस प्रदर्शन के बाद चिकित्सकों ने महिला की बेटी की हालत गंभीर होने पर जयपुर रेफर कर दिया. आपको बता दें कि जमीन विवाद से जुड़े इस मामले में पीड़ित महिला ने अपने पति और देवरों के साथ अन्य पारिवारिक सदस्यों पर ही आरोप लगाया था. पुलिस ने इस मामले में महिला के पति समेत तीन देवरों को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार किया था.
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