Jhunjhunu News: क्यों और कैसे लगी DTO ऑफिस में आग? मामले पर गंभीर हुईं जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल
Jhunjhunu News: झुंझुनूं के जिला परिवहन अधिकारी कार्यालय में 16 अगस्त को लगी आग और आग से नष्ट हुए रिकॉर्ड को लेकर अब जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल भी गंभीर हो गई हैं. उन्होंने झुंझुनूं एसडीएम हवाई सिंह यादव की अध्यक्षता में बिजली, फायर और अन्य विभागों के अधिकारियों की पांच सदस्यी टीम का गठन किया है.
Jhunjhunu News: झुंझुनूं के जिला परिवहन अधिकारी कार्यालय में 16 अगस्त को लगी आग और आग से नष्ट हुए रिकॉर्ड को लेकर अब जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल भी गंभीर हो गई हैं. उन्होंने झुंझुनूं एसडीएम हवाई सिंह यादव की अध्यक्षता में बिजली, फायर और अन्य विभागों के अधिकारियों की पांच सदस्यी टीम का गठन किया है. जो आग लगने के असली कारणों की पड़ताल करेगी. टीम के सदस्य एसडीएम हवाई सिंह यादव के नेतृत्व में जांच करने के लिए डीटीओ आफिस पहुंचे. जहां पर उन्होंने पूरा मौका देखा और घटना के वक्त मौजूद व घटना से जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों के बयान लिए.
5 घंटे तक की मामले की पड़ताल
करीब पांच से छह घंटे तक पूरे मामले की पड़ताल की गई. एसडीएम हवाई सिंह यादव ने बताया कि संयुक्त जांच दल की रिपोर्ट बनाकर जिला कलेक्टर को प्रस्तुत की जाएगी. इधर, डीटीओ मक्खनलाल जांगिड़ ने बताया कि एटीएस एसओजी द्वारा जिन वाहनों के फर्जी रजिस्ट्रेशन मामले की जांच की जा रही है. उसका और आग का कोई लेना देना नहीं है. यह सिर्फ आधारहीन बातें हैं. आग लगने के बाद तुरंत मौके पर फायर ब्रिगेड बुलाई गई. जो फाइलें जली हैं. उनकी पहचान की जा रही है. वैसे भी सभी फाइलों का आनलाइन रिकॉर्ड उपलब्ध है.
रिकॉर्ड को नष्ट करने की बात गलत
इसलिए रिकॉर्ड नष्ट करने के प्रयास की बात गलत है. विभिन्न अधिकारियों द्वारा की गई जांच में लगभग स्पष्ट है कि शॉर्ट सर्किट से आग लगी है. आरटीओ कार्यालय से भी जांच करवाई जा चुकी है. पुलिस में एफआईआर दर्ज करवाई गई है. वो भी जांच कर रहे है. जिला कलेक्टर द्वारा भी जांच करवाई जा रही है. हम लगातार हर जांच में सहयोग कर रहे है. आपको बता दें कि एसओजी एटीएस ने प्रदेश में 2394 वाहनों के फर्जी रजिस्ट्रेशन का मामला दर्ज किया हुआ है.
जिसमें नॉर्थ ईस्ट के परिवहन अधिकारी कार्यालयों से आई फर्जी एनओसी के आधार पर राजस्थान में ऐसे वाहनों का रजिस्ट्रेशन कर दिया गया. जिन वाहनों को संबंधित वाहन कंपनियों ने कभी निर्माण ही नहीं किया. मतलब कि जिन चैसिस नंबर और ईंजन नंबर इन रजिस्ट्रेशन में बताए गए है. ऐसे नंबरों वाले चैसिस और ईंजन कभी संबंधित वाहन कंपनियों द्वारा बनाए ही नहीं है. इनमें सर्वाधिक फर्जीवाड़ा झुंझुनूं के डीटीओ कार्यालय से हुआ. जहां पर 540 वाहनों के फर्जी रजिस्ट्रेशन किए गए है. इस आग को इस फर्जीवाड़े के सबूत नष्ट से जोड़ा जा रहा है.
ये भी पढ़ेंः शिक्षक दिवस पर मौका नहीं चूके शिक्षा मंत्री मदन दिलावर!इस अंदाज में कही अपने दिल...
राजस्थान की ताज़ा ख़बरों के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहाँ पढ़ें Rajasthan News और पाएं Latest Rajasthan News हर पल की जानकारी। राजस्थान की हर खबर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार। जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!