सिक्किम ट्रक हादसे में झुंझुनूं का लाल भी शहीद, मौत से 1 घंटे पहले की थी मां से बात
सिक्किम के जेमा में हुए आर्मी ट्रक हादसे में झुंझुनूं के बुहाना उपखंड के माजरी गांव के जवान मनोज कुमार भी शहीद हुए हैं. मनोज कुमार की शहादत की खबर से उनके पैतृक गांव माजरी में गमगीन माहौल है.
Surajgarh, Jhunjhunu News: सिक्किम के जेमा में हुए आर्मी ट्रक हादसे में झुंझुनूं के बुहाना उपखंड के माजरी गांव के जवान मनोज कुमार भी शहीद हुए हैं. मनोज कुमार की शहादत की खबर से उनके पैतृक गांव माजरी में गमगीन माहौल है.
ग्रामीणों के द्वारा पचेरी सहड़ मार्ग पर उनकी अंत्येष्टि को लेकर तैयारियां की जा रही हैं. शहीद मनोज कुमार के भाई प्रमोद कुमार ने बताया कि शुक्रवार को ही भाई से परिवार के सदस्यों की बात हुई थी. उन्होंने आखिरी फोन की बात को बताते हुए उनकी आंखें नम हो गई.
उन्होंने रुद्र गले से कहा कि मनोज कुमार ने ट्रक में रवाना होने से 1 घंटे पहले पहले मां से बात हुई थी और बात के दौरान ही उन्होंने कहा कि अभी नेटवर्क का इश्यू है. दो घंटे बाद पहुंच कर बात करूंगा. मां को क्या पता था कि यह उनके बेटे से उनकी आखिरी बात होगी. भाई प्रमोद कुमार ने बताया कि सबसे पहले शहीद मनोज कुमार की पत्नी को उनके ट्रक के हादसे की सूचना उनके साथियों के जरिए मिली. इसके बाद धीरे-धीरे पूरे परिवार के सदस्य को उनकी शहादत की जानकारी मिली.
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क्या कहना है ग्रामीणों का
ग्रामीणों ने बताया कि पचेरी सहड़ मार्ग स्थित मुक्तिधाम में उनकी अंत्येष्टि की जाएगी. अंत्येष्टि की तैयारियां ग्रामीणों की ओर से की जा रही है. तिरंगा यात्रा के जरिए गांव में उनकी पार्थिव देह को लाया जाएगा. ग्रामीणों ने बताया कि उनकी शहादत पर गम तो है. साथ ही गर्व है कि उन्होंने बताया कि उन्होंने शहीद का नाम पाया है. इसका पूरे गांव को गर्व है.
बता दें कि शहीद मनोज कुमार के पिता जगदीश प्रसाद यादव पेट्रोल पंप पर काम करते हैं. वहीं उनका भाई प्रमोद कुमार बीएसएफ में है. मनोज कुमार वर्ष 2016 में सेना में भर्ती हुए थे. वर्ष 2018 में मनोज कुमार की शादी खेतड़ी उपखंड के दलोता गांव की ज्योति के साथ हुई थी. शहीद मनोज कुमार के एक बेटी है.
Reporter- Sandeep Kedia