Jhunjhunu: प्रदेश में पिछले15 अगस्त से टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान शुरू किया गया है. इस संदर्भ में जिले की चिन्हित 45 ग्राम पंचायत और शहरी वार्ड को टीबी मुक्त करने की दिशा में कार्य योजना तैयार करने लिए सीएमएचओ सभागार में जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया.


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 इस कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में नवलगढ़ प्रधान दिनेश सुंडा ने भाग लिया. अध्यक्षता कर रहे सीएमएचओ डॉ. राजकुमार डांगी ने कहा कि राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत वर्ष- 2025 तक देश में क्षय उन्मूलन का लक्ष्य अर्जित करने की दिशा में 15 अगस्त 2022 से 24 अप्रैल 2023 तक टीबी मुक्त राजस्थान अभियान शुरू किया गया है. 


टीबी रोग उन्मूलन के लिए सामुदायिक एवं राजनीतिक भागीदारी अत्यन्त महत्वपूर्ण पहलू है.  इसकी प्राप्ति को केंद्रित करते हुए अभियान के तहत जिले में पंचायत स्तर पर विभिन्न गतिविधियों के साथ विशेष अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान में जिले प्रत्येक ब्लॉक व टीबी यूनिट में चयनित पांच ग्राम पंचायतों में टीबी से मुक्ति के लिए विशेष जागरूकता, आईईसी गतिविधियां, सर्वे सहित अनेक गतिविधियां समय- समय पर आयोजित होंगी. 


अभियान के अंतर्गत टीबी मुक्त पंचायत के रूप में चिन्हित ग्राम पंचायतों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ सामुदायिक भागीदारी अत्यंत आवश्यक है. इसी को ध्यान में रखते हुए स्थानीय स्तर पर 10 से 12 सदस्यों की टीम का गठन सरपंच व शहरी क्षेत्र में वार्ड पार्षद की अध्यक्षता में किया जाएगा. जिसमें टीबी चौम्पियन, उप सरपंच, ग्राम पंचायत सचिव, चिकित्सा अधिकारी, सीएचओ, एएनएम, आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सरकारी विद्यालय के हैडमास्टर, शिक्षक, धार्मिक ग्रुप एवं स्वयं संस्था व अन्य सदस्य शामिल किए जाएंगे. 


कार्यशाला को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि नवलगढ़ प्रधान दिनेश सुंडा ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रारंभिक रूप से चिन्हित 45 ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त करने की दिशा में कार्य करने के साथ ही पूरे जिले की टीबी मुक्त करने के लिए हमे अभी से हमे तैयारी करनी होंगी. इसी को ध्यान में रखे हुए नवलगढ़ प्रधान ने अपने ब्लॉक के समस्त 46 ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान से जोड़ने का संकल्प लिया. उन्होंने कहा कि पूरे नवलगढ़ की सभी ग्राम पंचायतों पर इस अभियान को धरातल पर उतारा जाएगा. जिसको लेकर शीघ्र ही स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर नवलगढ के प्रत्येक ग्राम पंचायत तक स्थानीय जनप्रतिनिधियों की भागीदारी तय की जाएगी. 


नवलगढ़ प्रधान सुंडा ने कहा कि इस अभियान के साथ ही टीबी रोगियों को निक्षय संबल योजना के तहत अतिरिक्त पोषण सहायता उपलब्ध करवाने का कार्य भी स्थानीय भामाशाहों के सहयोग से पंचायत स्तर पर शुरू किया जाएगा. कार्यशाला में नवलगढ़ प्रधान ने स्वास्थ्य विभाग को भरोसा दिलाया कि वे आमजन के स्वास्थ्य के जुड़े प्रत्येक गतिविधि व अभियान में अपनी भागीदारी निभाने के लिए हमेशा अग्रणी रहेंगे. 


कार्यशाला को संबोधित करते हुए आरसीएचओ डॉ. दयानंदसिंह व जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. विजयसिंह ने कहा कि टीबी मुक्त ग्राम पंचायत का उद्देश्य आमजन में जागरुकता पैदा कर टीबी के प्रति समुदाय में फैली भ्रांतियां एवं भेदभाव को कम करना, टीबी रोगियों को शीघ्र निदान और उपचार दिलवाना, टीबी के बारे में आमजन को जागरुक कर संभावित टीबी रोगियों को जांच के लिए प्रेरित करना, टीबी रोगियों और उनके परिजनों को परामर्श आदि सहायता उपलब्ध करवाना है.


 डॉ. विजयसिंह ने बताया कि अभियान के तहत संबधित ग्राम पंचायत में एक्टिव केस फाईडिंग, स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन, सामुदायिक जागरुकता बैठक, पेशेन्ट प्रोवाईडर बैठक आदि गतिविधियों का आयोजन कर टीबी मुक्त ग्राम पंचायत की परिकल्पना को साकार किया जाएगा. कार्यशाला में खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी, बीपीएम, एसटीएस, एसटीएलएस सहित टीबी कार्यक्रम से जुड़े समस्त कार्मिकों ने भाग लिया.
Reporter: Sandeep Kedia


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