Surajgarh: झुंझुनूं के जैतपुर के शहीद सतपाल सिंह की पार्थिव देह कुछ देर पहले उनके निवास पर पहुंच गई है. निवास पर पहुंचते ही परिवार के लोगों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया, ना केवल वीरांगना विंतोष, बल्कि बेटी भूमिका व बेटा शांतनु भी रो पड़े. इस मौके पर ग्रामीणों ने अपने लाडले के अंतिम दर्शन किए और सतपाल अमर रहे के नारों से पूरा गांव गूंज गया, ना केवल जैतपुर के ग्रामीणों ने, बल्कि पास पड़ौस के गांवों के लोग भी हजारों की संख्या में पहुंचे और नम आंखों से विदाई दी. 


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इस मौके पर बेसुध हो रखी वीरांगना को परिवार की महिलाएं अंतिम दर्शन कराने के लिए पार्थिव देह के पास लाई तो वह कुछ नहीं बोल पाई और एक टक से अपने शहीद पति को देखती रही, इससे पहले पूरे रास्ते में भी शहीद को भगवान की तरह महिलाओं ने पूजा किया. जगह-जगह पर शहीद के पार्थिव देह रखे ट्रक को महिलाओें ने जबरदस्ती रूकवाया और उसमें लगी फोटो और ट्रक को छूकर अपने लाडले को नमन किया. 


इस मौके पर शहीद वीरांगना विंतोष ने बताया कि अंतिम बार आतंकी हमले से कुछ घंटों पहले ही वीडियो कॉल से उनकी बात सतपाल सिंह से हुई थी. अब उन्हें सतपाल सिंह की बहादुरी पर प्राउड है. वहीं विधायक सुभाष पूनियां ने भी शहीद की शहादत को युवाओं के लिए प्रेरणा बताया और कहा कि झुंझुनूं का नाम एक और जवान देश पर कुर्बान होकर अमर कर गया.


Reporter: Sandeep Kedia