Pilani: चिड़ावा के सरकारी अस्पताल में ओपीडी के समय मरीजों की भारी भीड़ रहती है. बावजूद इसके केवल एक ही पर्ची काउंटर चालू है. बार-बार मांग किए जाने के बाद भी इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. ऐसे में आज इस पर्ची काउंटर का सर्वर डाउन हो गया, जिसकी वजह से मरीजों को इलाज भी मुहैया नहीं हो सका.


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 जानकारी के मुताबिक अचानक बदले मौसम के कारण सर्दी, जुकाम और बुखार के मरीजों में अचानक से वृद्धि हुई है. आज सुबह जब मरीज अपना इलाज करवाने के लिए पर्ची काउंटर पर पर्ची कटवाने के लिए पहुंचे तो वहां के कार्मिकों ने नेट बंद है बोलकर पर्ची काटने से इंकार कर दिया.


ऐसे में मरीजों और उनके परिजनों ने कर्मचारियों से गुहार लगाई कि वह हाथों से पर्ची बनाकर दे दें, ताकि अपना ईलाज करवा सके. लेकिन इस दौरान कर्मचारियों ने मरीजों और उनके परिजनों, खासकर महिलाओं से अभद्रता की बताई. जिसके बाद मरीजों और उनके परिजन गुस्सा हो गए और उनकी बहसबाजी भी हो गई.


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 लोगों ने आरोप लगाया कि नेट बंद होने का बहाना बनाकर कर्मचारी अपने जानकारों को पीछे के दरवाजे से पर्चियां बनाकर दे रहे थे. ये देख जब उन्हें टोका गया, तो उन्हें गुस्सा आ गया. इस मामले में सीएचसी प्रभारी से बातचीत की गई तो उन्होंने किसी प्रकार ​की शिकायत अपने पास ना आने की बात कही. साथ ही कहा कि सीएमएचओ स्तर से यदि दूसरा काउंटर खोलने की परमिशन मिलेगी, तो ही खोला जाएगा. बहरहाल, यहां आने वाले मरीजों और उनके परिजनों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कुछ मरीजों का तो यहां तक आरोप है कि चिकित्सक उन्हें बाहर से दवाई खरीदने का दबाव बना रहे है.


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