झुंझुनूं: झुंझुनूं के नवलगढ़ उपखंड के सौन्थली गांव के युवाओं के के लिए हाईवे पर बेसहारा पशु के साथ हुआ हादसा प्रेरणा बन गया.युवाओं ने हाईवे पर बेसहारा गाय को तड़पता देख बेसहारा पशुओं की मदद की ठानी और अपने गांव में बेसहारा पशुओं के इलाज को लेकर एक चिकित्सालय की स्थापना कर दी. 


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 बेसहारा घायल पशुओं का इलाज कर रही संस्था


गांव के पढ़ने लिखने वाले एक दर्जन युवाओं ने व्हाट्सएप पर ग्रुप बनाया और उसके बाद अपने गांव में अपना कर्म गौ चिकित्सालय नाम की संस्था से बेसहारा पशुओं के इलाज को लेकर काम करना शुरू कर दिया .बीते 4 सालों से यह संस्था गांव में बेसहारा घायल पशुओं का इलाज कर रही है. गायों की सेवा में जुटे गोपाल ने बताया कि हाईवे पर घायल गाय को देखकर उनके इलाज के लिए मन में विचार आया.



 पॉकेट मनी से लेकर आते हैं दवा


इसके बाद उनके साथ पढ़ने वाले युवाओं ने एक समूह बनाया और गांव और उसके आसपास बेसहारा घायल पशुओं के इलाज को लेकर अपना कर्म गौ चिकित्सालय स्थापित कर दिया. इसके लिए उन्होंने लीज पर जमीन ली है इस जगह पर उन्होंने एक छोटा सा दवाखाना भी बनाया है. जिसकी दवाएं हुए सभी साथी अपनी पॉकेट मनी से लेकर आते हैं. उन्होंने बताया कि इस सेवा कार्य के लिए उन्हें ग्रामीणों का भी सहयोग मिल रहा है. वह किसी भी पशु के इलाज की मदद के लिए व्हाट्सएप पर ग्रामीणों को मैसेज कर देते हैं.


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 उसी के माध्यम से उन्हें आर्थिक सहायता मिल जाती है. उन्होंने बताया कि अपना कर्म गौ चिकित्सालय में घायल पशुओं के लिए पट्टी से लेकर ऑपरेशन तक की व्यवस्था उनके द्वारा की जाती है. इस कार्य में कई पशु चिकित्सक भी जुड़े हुए हैं जो निरंतर अपना सहयोग उन्हें दे रहे हैं. अभी उनके इस चिकित्सालय में 15 से 20 पशुओं का इलाज जारी है.