Udaipurwati News, Jhunjhunu : सचिन पायलट(Sachin Pilot) की तुलना श्रीराम(shriram) से करने वाले और अपने बयानों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहने वाले मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा(Rajendra Gudha) के परिवार को अब डर सता रहा है. जी, हां यह हम नहीं. बल्कि खुद गुढ़ा बोल रहे है. दरअसल राजेंद्र सिंह गुढ़ा का एक वीडियो वायरल (viral video)हो रहा है. जो कल का बताया जा रहा है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

उदयपुरवाटी विधानसभा क्षेत्र के केड पंचायत की छाबड़ियों की ढाणी में देवनारायण जयंती पर हुए कार्यक्रम में राजेंद्र सिंह गुढ़ा पहुंचे थे. जिन्होंने अपने भाषण में कहा कि उनकी पत्नी उन्हें कहती है कि अभी बच्चों की शादी भी नहीं हुई है. थोड़े निचले बैठ जाओ. मुख्यमंत्री से इतने पंगे क्यों ले रहे हो. वो अंदर डाल देंगे.


गुढ़ा यही नहीं रूके. उन्होंने कहा कि उदयपुरवाटी प्रधान माया गुर्जर को रिश्वत के मामले में गिरफ्तारी किया है. वो भी एक षड़यंत्र है. गुर्जरों को उनके खिलाफ भड़काने के लिए. सचिन पायलट उदयपुरवाटी में जब सभा करने आए और उसकी सफलता से बौखलाए लोगों ने प्रधान माया गुर्जर को षड़यंत्र से गिरफ्तार करवा दिया. जबकि माया गुर्जर तो गाय के समान सीधी और भोली है. उसका रिश्वत से कोई लेना—देना नहीं है. 


उन्होंने कहा कि मैं तो खुद देवनारायण भगवान से प्रार्थना करूंगा कि जिसने भी यह अन्याय किया है. उसका काला मुंह हो और मरते वक्त पानी तक ना मिले. गुढ़ा ने एक बार फिर पायलट को मुख्यमंत्री बनाने की वकालत की. उन्होंने कहा कि सचिन पायलट के साथ अन्याय हुआ है. लाखों की तादाद में जगह—जगह इकट्ठा होकर लोगों ने संदेश दे दिया है, कि यदि उनके साथ हुए अन्याय का समय पर निस्तारण नहीं हुआ तो यह जनता छप्पर फाड़कर देना जानती है तो झाडू मारकर लेना भी जानती है.


पायलट, केवल गुर्जरों के नहीं, बल्कि 36 कौम के नेता है. पायलट की दिवानगी को देखकर ही राजस्थान सरकार ने देवनारायण जयंती पर अवकाश घोषित किया है और प्रधानमंत्री भी राजस्थान के गुर्जरों के बीच आ रहे है. उन्होंने कहा कि पायलट के साथ अभिमन्यु जैसा हो रहा है. लेकिन पायलट इस चक्रव्यूह को तोड़ना जानते है.


पत्नी बोली, निचले बैठ जाओ, वरना अंदर डाल देंगे
घीसा, तेरी बहू कह रही थी. बच्चे नहीं ब्याहे. थोड़े निचले रह जाओ. सीएम से इतने पंगे क्यों कर रहे हो. आपको अंदर डाल देंगे. तेरी सौंगध घीसा भाया, बोली, अभी तो बच्चे छोटे है. उसके बाद कर लेना. पहले भी तेजपाल भाया, आप ही छुड़ाकर लाए थे. मुझे डाल दिया था जेल में. 


समय पर करो निस्तारण, वरना झाडू मारकर ले लेगी जनता
राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि पायलट साहब के साथ जो अन्याय हुआ. लाखों की तादाद में जगह-जगह इकट्ठा होकर संदेश दे दिया. लाखों की तादाद में और उसका भी समय पर यदि निस्तारण नहीं हुआ. तो ये जनता है. ये देती है तो छप्पड़ फाड़कर, लेती है तो झाडू मारकर. पायलट साहब के प्रति दिवानगी देखकर आज देवनारायण भगवान की जयंती की छुट्टी हुई है. कैसे रोके उन्हें. इसलिए देवनारायण भगवान की जयंती छुट्टी. प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति आ रहे है, क्यों। जिस तरह से अभिमन्यू को आठ-आठ महारथियों ने एक चक्रव्यूह में घेरकर एक 14—15 साल के बच्चे को मारा था. पायलट साहब के साथ भी मिलता जुलता ऐसा ही हो रहा है. लेकिन वो अभिमन्यू चक्रव्यूह में घुसना जानता था. निकलना नहीं जानता था. ये अभिमन्यू चक्रव्यूह को तोड़ना भी जानता है.