Jhunjhunu: जम्मू-कश्मीर में ड्यूटी के दौरान झुंझुनूं का एक और लाडला शहीद हो गया. हवलदार नरेश सिंह आर्मी की 7 पैरा एसएफ यूनिट में कुपवाड़ा स्थित चौकीबल में पोस्टेड थे. गुरुवार को वे गश्त के दौरान बेहोश हो गए. उन्हें मिलिट्री हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. नरेश सिंह झुंझुनूं शहर के बगड़ इलाके के रहने वाले थे.


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गुरुवार सुबह 168 MH द्रुमुला पर गश्त के दौरान वे बेहोश हो गए थे. गुरुवार शाम तक पोस्टमॉर्टम नहीं हुआ था. आर्मी हेडक्वार्टर से आए संदेश के अनुसार, शहीद नरेश का पार्थिव देह 24 सितम्बर को सुबह साढ़े 10 बजे झुंझुनूं पहुंचेगी. उनका दाह संस्कार बगड़ में किया जाएगा. नरेश के बड़े भाई सुरेश सिंह ने बताया कि गुरुवार सुबह 10 बजे फोन आया तो पता चला कि शहीद हो गए हैं. नरेश के भाई सुरेश ने बताया कि नरेश की पोस्टिंग इसी माह तक आगरा में थी.


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5-6 दिन पहले ही वे झुंझुनूं आए थे. उसी दिन श्रीनगर के लिए रवाना हो गए. 5-6 दिन पहले ही उनकी पोस्टिंग जम्मू-कश्मीर हो गई थी. नरेश की पत्नी सुदेश और बच्चे मानवी (11) और नमन (7) आगरा में ही रहते हैं. झुंझुनूं शहर के बगड़ में बाइपास इलाके में नरेश का घर है. नरेश तीन भाइयों में मंझले थे. उनके बड़े भाई सुरेश सिंह व छोटे भाई मुकेश सिंह हैं. नरेश के बेटी और बेटा आगरा में ही क्लास 5 और 3 के स्टूडेंट हैं. नरेश की शहादत की सूचना मिलने के बाद बगड़ स्थित उनके घर में कोहराम मचा है.


सुरेश भाई की शहादत की बात करते हुए रो पड़े. शहीद नरेश सिंह का ताल्लुक हरियाणा के भिवानी जिले के सांगवान गांव से है. वहां से आकर उन्होंने 10 साल पहले झुंझुनूं के बगड़ में जमीन ली थी और वहीं बाइपास इलाके में मकान बना लिया था.


Reporter- Sandeep Kedia


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