Jhunjhunu: राजस्थान में स्वच्छता अभियान के ब्रांड एंबेसडर, डूंगरपुर नगर परिषद के पूर्व सभापति, एनएसएससी स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) भारत सरकार के सदस्य एवं लोक अदालत द्वारा नियुक्त न्याय मित्र केके गुप्ता ने नगर परिषद झुंझुनूं मे स्वच्छता अभियान के बारे मे सभा की. केके गुप्ता ने अपनी ओर से आए हुए सभी लोगों को स्वच्छ भारत अभियान के बारे मे बताया.


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इस अवसर पर गुप्ता ने बताया कि गत दिनों उन्हे स्थाई लोक अदालत ने झुंझुनूं नगर परिषद समेत मंडावा और नवलगढ़ के लिए न्याय मित्र बनाया गया था. गुप्ता इसी क्रम में झुंझुनूं नगर परिषद, नवलगढ़ में नगर पालिका, मंडावा मे अधिकारियों और कर्मचारियों के अलावा जनप्रतिनिधियों के साथ स्वच्छता, सौंदर्यकरण, कस्बों में ट्रेफिक जाम और आवारा पशुओं की जाम की व्यवस्था से निजात दिलाने जैसे कई बिंदुओं को लेकर चर्चा के लिए आए हैं.


गुप्ता ने बताया कि स्थायी लोक अदालत ने उन्हें जो जिम्मेदारी सौंपी है. वे बखूबी उसे निभाएंगे. सभा मे सभापति नगमा बानो, आयुक्त दिलीप पूनियां, पूर्व चेयरमैन तैयब अली, वरिष्ठ पार्षद प्रदीप कुमार सैनी, रामनारायण कुमावत, जुल्फिकार खोखर, अब्दुला अगवान, अजमत अली, डूंगरमल भुकानियां, रियाज चायल, उमर कुरैशी, सलीम कबाड़ी, यासीन रंगरेज, अशोक प्रजापति, चन्द्रप्रकाश शुक्ला, एक्सईएन रणजीत गोदारा, सफाई निरिक्षक राजीव जानू, सफाई निरिक्षक नीरज, सफाई निरीक्षक अंकिता, सफाई निरीक्षक बाबूलाल चंदेल, शिवम केडिया, सोनू एवं सुनिल मंडेलिया चिड़ावा, नारायण, गणेश, उम्मेद, पवन, सुशिल सैनी, डॉ. अरविंद शर्मा, रतन वर्मा, पुष्कर खेतान, डॉ. डीएन तुलस्यान, रामचंद्र यादव, गजानंद, मुकेश, पवन, टिल्लू, कानूराम, छोटेलाल सहित नगर परिषद झुंझुनूं के अन्य पार्षदगण, अधिकारी, कर्मचारी, सफाई निरीक्षक, सफाई ठेकेदार, रोशनी व्यवस्था के अधिकारी मौजूद रहे.


15 दिन मे काम पूरा करने के दिए निर्देश


गुप्ता ने स्वच्छता के समस्त मानकों पर खरा उतरने के लिए विभिन्न घटक के जानकारी दी. साथ ही उन्होंने निर्देशित किया कि इसके लिए आज से ही युद्ध स्तर पर कार्य करते हुए आगामी 15 दिनों में कार्य पूर्ति हो जाएं. उन्होंने कहा कि हर घर से गीला और सूखा कचरा अलग-अलग और नियमित रूप से कचरा उठना चाहिए, इसके लिए समय पाबंदी बहुत आवश्यक है. निश्चित समय पर गाड़ी का आना तय होना चाहिए.


कॉमर्शियल एरिया के अंदर शाम को गाड़ी कचरा उठाने के लिए दुकानों पर जाए तब कचरा व्यवस्थित उठ सकता है. इसके अलावा रात्रि को सफाई की व्यवस्था भी बहुत आवश्यक है. कॉमर्शियल एरिया के अंदर दिल में सफाई नहीं हो सकती, इसलिए रात्रि में सफाई करवाना निहायत आवश्यक है. कचरा उठाने के बाद कचरा यार्ड में ले जाकर उसका डिस्पोजल भी बहुत आवश्यक है. जिसके लिए साइंटिफिक लैंड फिल्ड, सेएग्रीगेशन प्लांट, बायोगैस प्लांट होने चाहिए. कचरा यार्ड भी हमारा साफ सुथरा होना चाहिए कचरा यार्ड के अंदर पड़ा हुआ पुराना कचरा भी हटाकर कचरा यार्ड को साफ सुथरा बनाकर गंदगी को हटाना होगा.


झुंझुनूं में विभिन्न कार्यों के साथ-साथ सार्वजनिक शौचालयों की दिन में चार बार सफाई व्यवस्था अपनाई जाए. श्मशान घाट की व्यवस्थित सफाई एवं लाईट व्यवस्था की जाएं. शहर के स्कूलों में बच्चों की स्वच्छता जागरूकता की रैलियां निकालकर नगरवासियों को जागरूक किया जाएं. विभिन्न स्थानो पर स्वच्छता, पर्यावरण एवं जल संचय और जल संरक्षण के संदेशपरक होर्डिंग्स व बैनर लगाना लगाएं जाने चाहिए. बंद पड़े सार्वजनिक शौचालय मूत्रालय को तत्काल साफ करके चालू किए जाएं और पर्यावरण को देखते हुए शहर के अंदर 12 फीट से बड़े चारों तरफ शहर की सीमा से लेकर शहर के अंदर तक वृक्षारोपण किया जाए.


धरती का जल स्तर बढ़ाए, वॉटर हार्वेस्टिंग का करे उपयोग


उन्होंने कहा कि वाटर हार्वेस्टिंग को लेकर शहर में ऐतिहासिक कार्य किया जाए. शहर के अंदर जितनी भी बिल्डिंग बनी हुई है या जो नए निर्माण हो रहे हैं, उसमें वाटर हार्वेस्टिंग का कार्य नगर परिषद के द्वारा करवाया जाए. जितनी भी बिल्डिंगों का पैसा नगर परिषद ने वाटर हार्वेस्टिंग के नाम से जमा किया है. वह वापस शहरवासियों को लौटा कर उनके घरों में वाटर हार्वेस्टिंग का कार्य तत्काल कराया जाए.


जिससे पानी का लेवल पड़े तथा पानी की शुद्धता भी बड़े और आने वाले समय में पानी के लिए संकट पैदा ना हो. जहां ट्रैफिक जाम होता है वहां सड़कें चौड़ी की जाए तथा यह विशेष रूप से देखा जाए कि जहां ट्रेफिक जाम हो रहा है. उस एरिया को चिह्नित किया जाए तथा जो भी साइट के हिसाब से उपयुक्त निर्णय लिया जाना चाहिए शहर में घूम रहे लावारिस पशुओं को तत्काल गंतव्य स्थान तक पहुंचाया जाए.


जिससे शहर साफ सुथरा रहे. नालियों का बहते हुए पानी को सडक़ों पर रोका जाए. शहर के ऐतिहासिक रानी सती माता के मंदिर के चारों तरफ साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए तथा जो भी कचरा फैलाते हुए या कचरा डालते हुए पकड़ा जाए उस पर पर्याप्त पैनल्टी का क्लोज लगाया जाए तथा जितने भी खाली प्लॉट पड़े हैं. उनके अंदर अगर गंदगी है तो उनको सफाई कराई जाए. जो भी लाइटें बंद रहती है उन लाइटों को चालू कराने के लिए पेनेल्टी क्लोज लगाया जाए.


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सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग रूके


महिला सशक्तिकरण के तहत महिलाओं को प्रशिक्षण देने के लिए सिलाई मशीन केंद्र एवं पापड़ बनाने की पत्तल दोने बनाने की मशीन लगाकर बेरोजगारी से मुक्त शहर को भी बनाने का लक्ष्य लेकर काम करना चाहिए. जिससे जो महिलाएं प्रशिक्षण के लिए सिलाई केंद्रों पर आए. महिलाएं भी कम पैसों में बाजार में थैलियां देंगी तो बाजार के अंदर प्लास्टिक भी बंद हो जाएगा और महिलाओं को भी रोजगार मिलने लग जाएगा और हमारा जो महिलाओं के प्रति जो बेरोजगार महिलाओं को रोजगार देने का काम है.


उसमें भी हमें सफलता मिलेगी बेरोजगारी समाप्त होगी और महिलाओं में नगर परिषद के प्रति स्नेह उत्पन्न होगा तथा प्लास्टिक अपने आप ही बंद हो जाएगा इसके लिए यही एकमात्र सबसे सरल और उपयोगी तरीका है, जिसमें सरकार की भी यह मंशा है कि बेरोजगारी को समाप्त किया जाए हर व्यक्ति को रोजगार मिले वह कार्य भी संपन्न होगा और हमारे शहर के अंदर जिस तरह से प्लास्टिक गंदगी फैलाता है. उस पर भी काफी मात्रा में अंकुश लगेगा.


Reporter- Sandeep Kedia


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