लखसिंह की ढाणी में 54 निकले Positive, Covid के डर से टैंकर चालक नहीं पहुंचा रहे पानी
लखसिंह की ढाणी के लोग ही नहीं, जानवर भी पीने की पानी की एक बूंद के लिए तरस रहे हैं.
Jaisalmer: जिले के रामदेवरा (Ramdewra) के इलाकों में कोरोना महामारी (Corona epidemic) दोहरी मार दे रही है. कस्बे के पास स्थित लखसिंह की पूरी ढाणी कोविड-19 की चपेट में आ गई तो प्रशासन ने जीरो कंटेनमेंट जोन (Zero Containment Zone) घोषित करते हुए जीरो मोबिलिटी कर्फ्यू लगा दिया.
यह भी पढ़ें- Jaisalmer: जगपालक के साथ ही नगरपालक ने भी फेरा मुंह, भूखे मरने की कगार पर भिक्षुक
वहीं, इसी बीच ढाणी में पेयजल संकट (Drinking water crisis) गहरा गया है और लखसिंह की ढाणी के लोग पीने की पानी की एक बूंद के लिए तरस रहे हैं. सरकार द्वारा भी नाम मात्र के टैंकर भेजकर खानापूर्ति की जा रही है. ऐसे में ग्रामीण बीमारी से लड़ें या पानी की का इंतजाम करें. प्रशासन से लेकर सरकार में सुनने वाला कोई नहीं है.
यह भी पढ़ें- Remdesivir चुराकर मरीजों को डिस्टिल वाटर के इंजेक्शन लगाता था नर्सिंगकर्मी, हुआ Arrest
क्या कहना है ग्रामीणों का
ग्रामीणों का कहना है कि कोरोना बीमारी से तो फिर भी लड़ेंगे लेकिन अगर पानी नहीं हुआ तो जिंदा रहना बेहद मुश्किल हो जाएगा. पिछले 15 दिनों से टैंकर से नाम मात्र के पानी की आपूर्ति हुई है और पिछले लम्बे से पाइपलाइन में जड़ें आ जाने के कारण आपूर्ति बन्द है. ऐसे में लखसिंह की ढाणी में पानी को लेकर त्राहि त्राहि मची है. लोगों का कहना है कि कोरोना से लड़कर हम जीत जाएंगे लेकिन पानी के लिए लिए जीरो मोबिलिटी क्षेत्र घोषित होने के बाद लड़ पाना मुश्किल है.
लखसिंह की ढाणी में 54 कोरोना पॉजिटिव
कोरोना संक्रमण इस बार गांवों में तेजी से फैला है. लखसिंह कि ढाणी में 35 परिवारों के घर हैं. करीब-करीब हर घर एक-दो कोरोना पॉजिटिव मरीज हैं. पूरे इलाके में 54 से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव मरीज हैं. पोकरण एसडीएम ने जीरो मोबिलिटी क्षेत्र घोषित करते हुए माइक्रो कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया.
कागजों में हो रही है टैंकर से आपूर्ति
लखसिंह की ढाणी के ग्रामीणों का आरोप है कि सरकार और स्थानीय प्रशासन कागजों में टैंकर की सप्लाई चल रही है लेकिन धरातल पर पिछले 15 दिनों से 4,5 टैंकर ही आये है. अब पानी की एक-एक बूंद के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है. कोरोना महामारी का डर इतना ज्यादा है कि पानी की सप्लाई करने वाले निजी व ठेकेदार के टैंकर चालक भी इतना कतरा रहे हैं की कंटेनमेंट जोन में पानी के टैकर लेकर नहीं जा रहे हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि टैंकर चल तो रहे हैं लेकिन केवल कागजों में.
सुनवाई नहीं कर रहा जलदाय विभाग
ग्रामीणों का कहना है कि हम ने जलदाय विभाग को फोन पर शिकायत भी की लेकिन अभी तक पानी की सप्लाई नहीं हुई हैं. कोरोना संक्रमण के डर से टैंकर वाले को पैसे देने के बावजूद भी पानी की सप्लाई नहीं कर रहे हैं. प्रशासन ने ठेकेदार को पानी आपूर्ति का ठेका दिया हुआ है वो भी डर के मारे नहीं आ रहे हैं.
Reporter- Shankar Dan