Barmer: देश भर में आज विजय दिवस को बड़ी शान से मनाया जा रहा है. सरहदी बाड़मेर (Barmer News) में इसका मुख्य आयोजन शाहिद सर्किल पर आयोजित किया गया जिसमें विभिन्न सेना के अंगों के साथ-साथ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी देश के जांबाजों को सैल्यूट करते नजर आए.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

आयोजन में जिले के शहीद परिवारों और शहीद वीरांगनाओं ने शिरकत की है. साथ ही अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद बाड़मेर के अध्यक्ष कैप्टन हीरसिंह भाटी (Captain Hirsingh Bhati) ने बताया है कि स्वतंत्र भारत के सामरिक इतिहास का सबसे गौरवशाली दिन 16 दिसम्बर 1971 जिस दिन बांग्लादेश के रेसकोर्स मैदान पर पाकिस्तानी सेना के लेफ्टिनेंट जनरल नियाजी ने 93 हजार सैनिकों के साथ भारतीय सेना के कमांडर जनरल अरोड़ा के सामने अपने हथियार डालते हुए आत्मसमर्पण किया था.


यह भी पढ़ें - दहेज लोभियों की फिर बलि चढ़ गई एक बेटी, ट्रेन के आगे कूदकर की आत्महत्या


पूर्व सैनिक सेवा परिषद बाड़मेर एवं नगरपरिषद बाड़मेर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस भव्य विजय दिवस समारोह में बैण्ड और बिगुल की धुन पर आर्मी, एयरफोर्स, बीएसएफ और राजस्थान पुलिस के जवानों द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. श्रद्धांजलि कार्यक्रम के बाद अतिथियों ने सैन्य अधिकारियों के साथ शहीद परिवारों को भी सम्मानित  किया. 


यह भी पढ़ें - राजस्थान के जालौर में हेलीकॉप्टर से तलाश रहे पानी, जानिए कैसे


समारोह में वन मंत्री हेमाराम चौधरी, ब्रीगेड कमांडर पी. एस. कनवर, हैड क्वार्टर जालिपा, कर्नल प्रवीण कुमार तोमर 22 गार्ड रेजिमेन्ट, कमान्डिंग ऑफिसर 17 गार्ड रेजिमेन्ट, कमान्डिंग ऑफिसर 13 गार्ड रेजिमेन्ट, कमान्डिंग ऑफिसर 74 आर्मड रेजिमेन्ट, वायु सेना के अधिकारी स्टेशन कमांडर अविनाश कपूर, स्टेशन कमांडर अर्जुनसिंह, बाड़मेर जिला कलेक्टर लोक बन्धु यादव, बाड़मेर पुलिस अधीक्षक दिपक भार्गव, बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन, नरपतसिंह जेतावत, सभापति दीपक माली रावल त्रिभुवन सिंह, सुल्तानसिंह उपसभापति नगरपरिषद बाडमेर, पार्षदगण सेना के अधिकारी जवान स्थानीय विद्यालयों के विद्यार्थी और बाड़मेर के आमजन उपस्थित रहे.