ओसियां हत्याकांड पर केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल का हैरान कर देने वाला बयान
Rajasthan News: जोधपुर के ओसियां में एक ही परिवार के चार लोगों को जिंदा जलाने के मामले को लेकर सियासत गर्मायी हुई है. मामले को लेकर दिल्ली में अर्जुनराम मेघवाल ने प्रेस कांफ्रेंस की और गहलोत सरकार पर गंभीर आरोप लगाये. मेघवाल ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान दिव्या मदेरणा के उस बयान का जिक्र भी किया जिसमें उन्होनें खुद की सुरक्षा को लेकर बड़ी बात कही थी..
Rajasthan News: केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि जोधपुर के ओसियां से कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा का कहना है कि मेरे आगे पीछे पुलिस की गाड़ियां चलती है, मुझे सुऱक्षा दी हुई है. मैं सुरक्षा के बीच में चलती हूं फिर भी मुझ पर हमला हो जाता है. केंद्रीय मंत्री मेघवाल ने कहा कि दिव्या मदेरणा उसी ओसियां इलाके से आती हैं जहां ये हत्याकांड हुआ.
केंद्रीय मंत्री ने सीधे तौर पर राजस्थान में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर गहलोत सरकार पर हमला बोला और कहा कि सीएम गहलोत कहते रहते हैं कि मेरी सरकार विधायकों ने बचाई. ऐसा कहते ही एमएलए, मुख्यमंत्री हो जाता है. जो एमएलए चाहता है वहीं होता है यहां तक कि जिले का थानाधिकारी तक बिना एमएलए की मंजूरी के बदला नहीं जा सकता है.
केंद्रीय मंत्री ने जोधपुर के ओसियां हत्याकांड के साथ ही करौली और खाजूवाला की घटना का भी जिक्र किया और कहां कि अगर मैं कानून मंत्री के रूप में भी जिम्मेदारी से कह रहा हूं कि कोई गैंगरेप और कोई अपराध में तुष्टिकरण की नीति के कारण कई बार अपराधी छूट गए, मुख्य अपराधी को नहीं पकड़ा गया, केस को डाइवर्ट करने के लिए किसी ओर को पकड़ लिया गया.
जांच ढंग से नहीं हो रही, कोर्ट में पैरवी भी कमजोर हुई है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ये तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति अब राजस्थान नहीं सहेगा. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लगता है कि अगर कार्रवाई हुई तो उनका वोट बैंक घिसक जाएगा. मेघवाल ने कहा कि तुष्टीकरण की राजनीति अब नहीं चलेगी.
क्या हुआ था जोधपुर के ओसियां में ?
राजस्थान के जोधपुर के ओसियां में मंगलवार रात को एक ही परिवार के 4 लोगों की हत्या कर दी गई. चारों शव जली अवस्था में एक झोपड़ी में मिले है. बता दें कि ओसियां थाना क्षेत्र के रामनगर ग्राम पंचायत गंगाणीयो कि ढाणी में रात में सो रहे एक पुरुष दो महिलाएं समेत एक बच्ची का गला काट कर पहले हत्या कर दी गई और फिर हत्या करने के बाद झोपड़े को जला दिया गया. पुलिस के मुताबिक, मृतकों में परिवार का मुखिया पूनाराम बैरड़ (55), उनकी पत्नी भंवरीदेवी (50), पुत्रवधु धापू (24) और सात महीने की बच्ची भी शामिल.