Osian : भारतीय किसान संघ की मंडोर तहसील की बैठक प्रभुराम कच्छवाह की अध्यक्षता में आयोजित हुई. बैठक में किसानों को सिंचाई के लिए 7 घंटे बिजली देने, गत फसल सीजन में फसलों में नुकसान का बीमा क्लेम और आपदा अनुदान, सहकारी अल्पकालीन ऋण भुगतान की अन्तिम तिथि में बढ़ोतरी करके 365 में ऋण भुगतान की शर्त हटाई जाने की मांग को लेकर चर्चा हुई. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

तहसील के माणकलाव, मणाई, दईजर, मंडलनाथ, इंद्रोका, पालड़ी, केरू सहित विभिन्न गांवो के किसानों की उपस्थिति में आयोजित बैठक में किसानों ने सहकारी ऋण भुगतान की अवधि बढ़ाने के लिए 17 मई को आदेश दिया था. उसमें 30 जून और ऋण अवधि के 365 दिन में से जो भी पहले हो उसमें ऋण भुगतान की छुट दी थी.


जिससे 31 मार्च से 17 मई के बीच जिन किसानों के ऋण अवधि 365 दिन से ज्यादा हो गई उन किसानों को कोई राहत नहीं मिल पाई. जिस पर किसानों ने बिना किसी शर्त के ऋण भुगतान की मांग रखी. बैठक में फसल बीमा और आपदा अनुदान का भूगतान नहीं होने पर इसको लेकर आगामी दिनों में कलेक्टर को ज्ञापन देने का कार्यक्रम तय किया. 


यह भी पढ़ें : खुद से शादी के बाद देश में एक और शादी की चर्चा, दो लड़कियां करना चाहती हैं कुछ ऐसा


इस दौरान विद्युत सप्लाई में कटौती से खरीफ बुवाई में दिक्कतें आ रही है, वही ओवरलोड विद्युत तंत्र के चलते वोल्टेज और ट्रिपिंग के कारण घोषित सप्लाई भी नही मिल पा रही है. बैठक में उपस्थित प्रदेश मंत्री तुलछाराम सिंवर, प्रांत अध्यक्ष माणकराम परिहार, जिला सरक्षक गोरधनराम सियाग ने किसानों की मांगो को जिला प्रशासन के समक्ष रखने और निस्तारण नही होने पर आंदोलन की रणनीति बनाने का आश्वासन दिया. 


बैठक का संचालन तहसिल मंत्री विष्णु देवड़ा ने किया. इस दौरान पन्नाराम कच्छवाह, शैतानसिंह टाक, मदनलाल, किशोरसिंह, जवरीलाल देवड़ा, मोहनराम, रहीधन खां, कंवरपुरी, रघवीर, पप्पूसिंह, उदाराम, डूंगरराम भंवरिया, भगाराम, खेताराम, बाबूराम हुड्डा, डूंगरराम हुड्डा, छोटूराम, कपीलनाथ, छोटूराम मेघवाल सहित प्रमुख कार्यकर्ता उपस्थित रहे. 


अपने जिले की खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें