लोकसभा में हनुमान बेनीवाल फिर उठाएंगे कमलेश प्रजापत एनकाउंटर मुद्दा, बोले- जांच होकर रहेगी
Kamlesh Prajapat Encounter: नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल का कहना है कि राजस्थान के कई बड़े मामले जैसे कि कमलेश प्रजापत एनकाउंटर, लवली एनकाउंटर को लोकसभा सेशन में उठाऊंगा. बेनीवाल का कहना है कि बाड़मेर के कमलेश प्रजापत एनकाउंटर में जिले के कई नामी-गिरामी नेताओं का नाम सामने आ रहा है. इनमें से कुछ ने दिल्ली जाकर सरेंडर करके जांच को रुकवा दिया है लेकिन यह जांच रुकेगी नहीं.
Jodhpur News: साल 2021 में 22 अप्रैल को बाड़मेर में हुए कमलेश प्रजापत एनकाउंटर की परतें आरएलपी सुप्रीमो एवं नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल एक बार फिर खोलने जा रहे हैं. हनुमान बेनीवाल का कहना है कि वह लोकसभा में कमलेश प्रजापत एनकांउटर मामला उठाएंगे.
नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल का कहना है कि राजस्थान के कई बड़े मामले जैसे कि कमलेश प्रजापत एनकाउंटर, लवली एनकाउंटर को लोकसभा सेशन में उठाऊंगा. बेनीवाल का कहना है कि बाड़मेर के कमलेश प्रजापत एनकाउंटर में जिले के कई नामी-गिरामी नेताओं का नाम सामने आ रहा है. इनमें से कुछ ने दिल्ली जाकर सरेंडर करके जांच को रुकवा दिया है लेकिन यह जांच रुकेगी नहीं.
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रुकी हुई हैं कई जांचें
हनुमान बेनीवाल का कहना है कि कमलेश प्रजापत एनकाउंटर समेत कई केसेज में कुछ नेताओं पर उंगली उठ रही है. इस एनकाउंटर में बाड़मेर कांग्रेस के बड़े नेता के परिवार की मिलीभगत सामने आ रही है. मामले से जुड़ी सभी जांचें रुकी भी हुई हैं. ऐसे में मुझे लगता है कि इन दिल्ली में सरेंडर किया है. हनुमान बेनीवाल ने हमलावर होते हुए कहा कि जांच तो नहीं रुकेगी. जांच होकर रहेगी.
मजबूती से उठाएंगे यह मुद्दा
बेनीवाल का कहना है कि राजस्थान सरकार ने लवली एनकाउंटर केस जांच के लिए CBI को सौंपा था. इसके बाद CBI ने डॉक्यूमेंट संबंधी इश्यू बताकर फाइल सरकार को वापस कर दी. अब फिर से उसी फाइल को सीबीआई को भेजा जाएगा. दिल्ली में बात हो गई है. दिल्ली में लोकसभी सेशन में वह जांच की मांग उठाएंगे.
आखिर क्या है यह मामला
आपको बते दें कि साल 2021 में 22 अप्रैल को सेंट पॉल स्कूल के पीछे एक मकान में कमलेश प्रजापत को पुलिस पकड़ने गई थी. गेट तोड़कर भागने के समय पुलिस ने उसका एनकाउंटर कर दिया था. इस एनकाउंटर को लेकर राजस्थान में जमकर बवाल हुआ और सरकार ने CBI जांच के लिए 31 मई को नोटिफिकेशन जारी किया था. सीबीआई ने तभी मामला दर्ज कर लिया था लेकिन कुछ महीनों बाद जांच आगे बढ़ना बंद हो गई.