Indian Railways: रेलवे ने यात्रियों के साथ किया बड़ा मजाक, 15 डिब्बों वाली ट्रेन को बनाया 5 डिब्बों की, नाराज हुए यात्री
Indian Railways: जोधपुर के लोहावट में आज रेलवे अधिकारियो की लाफरवाही के चलते सैकड़ों यात्री ट्रेन में यात्रा करने से वंचित रह गए, गुस्साए यात्रियों ने लोहावट रेलवे स्टेशन पर खूब हंगामा किया.ये पूरा मामला जानकार आप भी हैरान हो जाएंगे. इसे मजाक कहेंगे.
Indian Railways, Lohawat: जोधपुर के लोहावट में आज रेलवे अधिकारियो की लाफरवाही के चलते सैकड़ों यात्री ट्रेन में यात्रा करने से वंचित रह गए, गुस्साए यात्रियों ने लोहावट रेलवे स्टेशन पर खूब हंगामा किया. हुआ यूं की वर्षों से जोधपुर से जैसलमेर के बीच चलने वाली 15 डिब्बों की एक मात्र साधारण सवारी गाड़ी को पिछले दिनों रेलवे के अधिकारियो ने पांच डिब्बों की छोटी ट्रेन डीएमयू में बदल दिया था. जिसके चलते इस ट्रेन में यात्रा करने वाले यात्रियों को जगह की परेशानी का सामना करना पड़ रहा था.
वहीं, आज जब ये ट्रेन जैसलमेर से जोधपुर के लिए सुबह रवाना हुई. छोटी ट्रेन होने की वजह से ट्रेन जब लोहावट पहुंची तब तक इस ट्रेन में पैसेंजर की संख्या इतनी ज्यादा हो गई की लोग गेट के बाहर तक लटक रहे थे. वही, उस समय मारवाड़ लोहावट रेलवे स्टेशन पर भी महिलाएं, बच्चों और बुजुर्गों सहित करीब एक सौ से अधिक यात्री अपना टिकट ले ट्रेन में यात्रा करने का इंतजार कर रहे थे.
ट्रेन जब लोहावट रेलवे स्टेशन पर पहुंची तो भारी भीड़ और अधिक यात्री भार के चलते एक भी यात्री लोहावट रेलवे स्टेशन से इस ट्रेन में नहीं चढ़ सका. कुछ यात्रियों ने ट्रेन में चढ़ने का प्रयास किया लेकिन धक्का-मुक्की होने से उनका प्रयास विफल हो गया. इस दौरान एक बच्ची और महिला सहित कुछ यात्री नीचे भी गिर गए. इसी आपा धापी के दौरान ट्रेन आगे के लिए रवाना हो गई. ट्रेन में सफर नहीं कर पाने से गुस्साए सैकड़ों यात्रियों ने लोहावट रेलवे स्टेशन पर खूब हंगामा किया.
लोहावट रेलवे स्टेशन अधिक्षक से इसकी शिकायत की. लेकिन स्टेशन के कर्मचारियों ने अपनी मज़बूरी बताते हुए इस पर से अपना पल्ला झाड़ दिया. बहुत देर तक हंगामा करने के बाद जब यात्रियों ने अपने टिकट के पैसे वापस मांगे तो रेलवे कर्मचारियों ने वापसी टिकट के पैसे काट यात्रियों को पैसे लौटाने शुरू किए
जिस यात्रियों ने फिर से हंगामा कर दिया और पुरे पैसे रिफंड के रूप में लौटाने की मांग की. लेकिन स्टेशन अधिक्षक ने अपनी मज़बूरी बताते हुए कहा की वो केवल पैसे काट कर लौटा सकते हैं, इस दौरान सभी यात्रियों ने अपने टिकट रेलवे को रिटर्न कर उसकी लिखित शिकायत रेलवे के उच्च अधिकारियों को भी. यात्रियों का कहना था की जब पूर्व में 15 डिब्बों की ट्रेन वर्षो से चल रही थी तो रेलवे के अधिकारियो ने उस ट्रेन की जगह ये छोटी ट्रेन क्यों शुरू की.