Jodhpur: प्रदेश में बढ़ते सड़क हादसों को रोकने के लिए पुलिस मुख्यालय द्वारा पूरे प्रदेश में अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि लोगों में ट्रैफिक जागरूकता के लिए अभियान चलाएं ताकि सड़क हादसों में कमी हो सके. 


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वहीं, घायलों को समय पर अस्पताल पहुंचाने पर राज्य सरकार द्वारा ₹5000 की प्रोत्साहन राशि और प्रशंसा पत्र दिया जा रहा है, जिसको लेकर भी यातायात पुलिस द्वारा लोगों को जागरूक किया जा रहा है. 


जोधपुर कमिश्नरेट पुलिस के ट्रैफिक एडीसीपी ने दी यह जानकारी
जोधपुर कमिश्नरेट पुलिस के ट्रैफिक एडीसीपी चैन सिंह महेचा ने बताया कि बढ़ते सड़क हादसों को रोकने की दिशा में पुलिस मुख्यालय द्वारा दिशा निर्देश मिले हैं. वहीं, राज्य सरकार द्वारा एक कमेटी बनाई गई है, जो हाईवे पर इंजीनियरिंग के मामले में सरकार को सुझाव देगी. इस कमेटी में परिवहन विभाग पीडब्ल्यूडी विभाग उपखंड अधिकारी और अन्य विभागों से समन्वय कर कैसे सुधार किया जाए, जिसको लेकर भी विभाग द्वारा कार्रवाई की जा रही है. इसके अलावा हाईवे पर बसे गांवों के लोगों को जागरूक करने का प्रयास चल रहा है. 


मदद करने वालों पर नहीं होती कार्रवाई
वहीं, टोल फ्री नंबर पर आवारा पशुओं के संबंध में शिकायत करने सर्विस लाइन में वाहन किस तरह से चलाने और अगर कहीं सड़क दुर्घटना हो जाए तो घायलों को तुरंत अस्पताल लेकर जाए, इस तरह की समझाइश की जा रही है और घायलों को अस्पताल ले जाने के वक्त जो भी आदमी उसकी मदद करता है, उसके खिलाफ कोई भी पुलिस कार्यवाही अब नहीं होती है, ना उनसे पूछताछ होती है. ऐसी जानकारी गांव वालों को देने के साथ ही लोग भी अब आगे आने लगे हैं. 


इन समस्याओं पर लिए गए अहम फैसले
जोधपुर जोधपुर से तमाम निकलने वाले हाईवे चाहे बाड़मेर जैसलमेर हो जयपुर हो या फिर पाली हो उन सब हाईवे पर बसे गांव के लोगों को प्रशासन जागरूक कर रहा है. उम्मीद है कि इससे लोगों में जागृति भी बढ़ेगी और सड़क दुर्घटनाओं में भी कमी देखने को मिलेगी. इसके अलावा अनाधिकृत रूप से बनी हुई बिल्डिंग गोभी जेडीए के माध्यम से हटाया जा रहा है, जिससे दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके. वहीं, आम जनता का कहना है कि वैसे तो केंद्र और राज्य सरकार स्टेट हाईवे बना चुकी है और लोगों से टोल भी वसूला जा रहा है. ऐसे में टोल मालिकों द्वारा सड़क दुर्घटनाओं की रोकने की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं. 


अगर हाईवे के दोनों तरफ फेंसिंग वॉल हो जाती है तो आवारा पशु हाईवे पर नहीं आ पाएंगे, जिससे सड़क दुर्घटनाओं में कमी भी देखने को मिलेगी. वहीं, यातायात पुलिस द्वारा जागरूक अभियान चलाया जा रहा है जिससे लोग अब जागरूक भी हो रहे हैं.


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