Rajasthan News: अनीता हत्याकांड ने एक बार फिर से शहर में हलचल पैदा कर दी है. इस हत्याकांड में कई हाई प्रोफाइल और बड़े लोगों के हाथ होने का अंदेशा है. पुलिस अब तक इस मामले में 30 से ज्यादा लोगों को पूछताछ के लिए बुला चुकी है. गुलामुद्दीन की गिरफ्तारी के बाद अब मामले के खुलासे की उम्मीद है. इस घटनाक्रम में कई सवाल हैं, जिनके जवाब में पुलिस की जांच अटकी हुई है.


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सलवार सूट पहनकर मुलामुद्दीन से मिलने गई तो दूसरे कपड़ों में शव कैसे मिला?
गत दिनों एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया. इसमें अनिता चौधरी अपनी दुकान से रवाना होकर टैक्सी में बैठकर जाती दिखी. उस समय उसने सलवार सूट पहन रखा था. जब पुलिस ने गुलामुद्दीन के घर के पीछे से गड्ढा खुदवाकर शव बाहर निकाला, तब उसका शव लाल कुर्ती-लहंगे में मिला. यह सवाल पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है.



घटनास्थल पर नहीं मिले खून के निशान
गत 30 अक्टूबर को गंगाणा रोड स्थित गुलामुद्दीन के घर के पीछे उसकी पत्नी आबिदा की निशानदेही पर अनीता का शव गड्ढा खोदकर बाहर निकाला. एफएसएल टीम साक्ष्य जुटाने पहुंची. तब उनको घर में खून की एक बूंद भी नहीं मिली, तो क्या गुलामुद्दीन ने हत्या दूसरी जगह की और शव को दफनाने लिए अपने घर के पीछे गड्ढा खुदवाया.



हत्या की असली वजह सिर्फ लूट या जमीनी विवाद?
अनिता की हत्या की वजह सिर्फ लूट ही थी या जमीनी विवाद भी था, जो तैयब ने अनीता के नाम से खरीदी थी या इसके पीछे कोई और कारण है, क्योंकि पुलिस हत्या के 7 दिन बाद तैयब अली के घर और ऑफिस पहुंची. वहां जमीनों की खरीद के दस्तावेज खंगाले. हालांकि पुलिस इसकी जांच कर रही है. इसी मामले में पुलिस ने एक उद्योगपति को भी पूछताछ के लिए बुलाया था. किसी भाजपा नेता की भी इस मामले में हस्तक्षेप की बात सामने आ रही है. अनीता के मोबाइल को लेकर भी अभी संशय बना हुआ है. गुलामुद्दीन तो मिल गया, लेकिन अनीता मोबाइल कहां है? अब गुलामुद्दीन से पूछताछ में अनीता के मोबाइल के बारे में जानकारी मिले तो अनीता की मोबाइल सीडीआर में कई राज खुल सकते हैं.



अबिदा की हत्या में भूमिका पर भी अब सवाल उठ रहे हैं
सूत्रों के अनुसार, मिली जानकारी में सामने आया है कि गुलामुद्दीन ने अपनी पत्नी आबिदा को पूछताछ में बचाने का प्रयास किया है. गुलामुद्दीन का कहना है कि उसकी पत्नी का हत्या में कोई भूमिका नहीं है, लेकिन अबिदा की निशानदेही पर भी ही घर के पास 10 फीट गहरे में अनीता की लाश को पुलिस ने बरामद किया था. अनीता की हत्या तो गुलामुद्दीन ने की, लेकिन हत्या कैसे की गई कहां की गई यह सवाल अभी भी बना हुआ है. 



अनीता का पोस्टमार्टम नहीं हुआ है और ना ही परिजन जांच में सहयोग कर रहे हैं. इसी को लेकर गुरुवार को एडीसीपी (सिकाऊ पश्चिम) सुनील के पंवार और सरदारपुरा थाने की एसआई रीना विश्नोई सफीना नोटिस लेकर भगत की कोठी स्थित वीर तेजाजी मंदिर में चल रहे धरना स्थल पर पहुंची, जहां पर नाटकीय घटनाक्रम देखने को मिला. पुलिस के बाहर पहुंचते ही मृतका के पति मनमोहन और बेटे राहुल को कमरे में बंद कर दिया. बाहर खड़ा संपत पूनिया जो पिछले 7 दिनों धरने की अगुवाई कर रहा है. वह अचानक पुलिस को देखते ही पलट गया. उसने पुलिस को कहा कि वह मंदिर में दर्शन करने आया है जो धरने पर बैठे हैं, उनसे उसका कोई लेना देना नहीं है. आप चाहें तो आधार कार्ड देख सकते हैं. इसके बाद एसआई रीना विश्नोई ने नोटिस चस्पा किया. तब पूनिया बोले कि मंदिर में भगवान को नोटिस दे रहे हो क्या? अनिता हत्या कांड में सरकार के साथ हुई वार्ता में लगभग हर बात पर सहमति हो गई थी, लेकिन इसके बावजूद गतिरोध होने से वार्ता टूट गई.



वहीं, सर्व समाज भी गुलामुद्दीन के पकड़े जाने के बाद भी दूसरी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन परिवार सर्व हिंदू समाज के साथ दिखाई नहीं दे रहा. आज सुबह अनीता के पति मनमोहन और पुत्र राहुल राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के नेता संपत पनिया के साथ खींवसर हनुमान बेनीवाल की शरणो में गए हैं. वही सर्व हिंदू समाज में परिवार के बगैर ही आज जोधपुर के सोजती गेट चौराहे पर धरना दिया. यहां पर धरने में कुछ वक्ताओं ने सवाल उठाया की जोधपुर में इतना बड़ा हत्याकांड होने के बाद भी जनप्रतिनिधि नदारद दिखाई दे रहे हैं. कोई भी विधायक मंत्री जो जोधपुर से आते हैं यह सब क्या काम पर चुप्पी साधे हुए हैं. 




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