Jodhpur: जोधपुर के लूनी विधानसभा के क्षेत्र लूणी भांडु कला गांव में युगप्रधान आचार्य महाश्रमण महाराज का आज अलसुबह  मंगल प्रवेश किया. जैसे ही सुबह साढ़े 7 बजे भांडु की ओर से अपनी धवल सेना के साथ महाश्रमण ने मंगल प्रवेश किया, तो वातावरण जय जय ज्योतिचरण-जय जय महाश्रमण के जयघोष से गूंज उठा. 


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नगाड़ा व शंखवादन के हर तरफ श्रद्धा भक्ति का अनूठा दृश्य दिखाई दे रहा था. इस दौरान आचार्य महाराज के स्वागत में बैंड बाजा के साथ शानदार सम्मान किया गया. आचार्य के साथ सैकड़ों से अधिक साधु-साथ है. इस दौरान राज्यसभा सांसद राजेन्द्र गहलोत,समाजसेवी हेमंत ने आशीर्वाद लिया. 


इस दौरान राज्यसभा सांसद राजेन्द्र गहलोत ने कहा कि क्षेत्र में संतों के प्रवास से वातावरण की शुद्धि होती हैं, इसी साथ मे ज्ञान भी अखण्ड बढ़ता हैं. पूर्व विधायक पटेल ने कहा कि संतों के अनुभव के आधार पर दिए जाने वाले प्रवचनों से आमजन में लाभदायक हैं. मानव जीवन संत वाणी से ही अपनी नेकी की राह आगे का रास्ता प्रशस्त करता हैं. 


आचार्य महाश्रमण महाराज ने अपने मंगल उद्बोधन में बताया कि प्रसन्नता दो तरह की होती है, एक जो बाहरी निमित्तों से खंडित हो जाए, वह सामान्य प्रसन्नता होती है और जो बाहरी परिस्थिति से प्रभावित ना हो वह विशेष प्रसन्नता होती है. आचार्य ने बताया कि सुख-दुख, लाभ-अलाभ, निंदा-प्रशंसा, जीवन-मरण एवं मान-अपमान हर परिस्थिति में विशेष प्रसन्नता के भाव रहे. ऐसी समता की साधना का हमें आत्मसात करना चाहिए. 


आचार्य ने आगे कहा कि पुरुषार्थ अपने हाथ में होता है, फल की प्राप्ति अपने हाथ में हो संभव नहीं. जो मिला वो भी ठीक, जो न मिला वो भी ठीक. आहार मिला तो शरीर का पोषण और न मिला तो आत्मा का संपोषण. इस चिंतन का आलंबन साथ रहे तो तपस्या में बढ़ोतरी के साथ कर्म निर्जरा का लाभ हो सकता है. आलोचना और निंदा करने वालों को जवाब अपने अच्छे कार्यों से देंगे तो प्रतिकूल लोग भी अनुकूल बन सकते हैं.


Reporter-Bhawani Bhati


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