Jodhpur: फलोदी की बदहाल मोर्चरी, जहां मौत के बाद भी सूकुन नहीं
Jodhpur news: नए जिले फलोदी की मोर्चरी बदहाली की कगार पर है. जहां दुर्घटना में मृत शवों को घसीट घसीट कर रखा जाता है. साथ एक से अधिक शव होने पर उन्हें दयनीय हालत मे रखना.
Jodhpur news: नए जिले फलोदी की मोर्चरी बदहाली की कगार पर है. जहां दुर्घटना में मृत शवों को घसीट घसीट कर रखा जाता है. साथ एक से अधिक शव होने पर उन्हें दयनीय हालत मे रखना. एक बडी मजबूरी के रूप मे देखा जा सकता है.
प्रशासनिक अधिकारी का ध्यान नही
हालांकि ये समस्या कई वर्षों से चली आ रही है लेकिन इस गंभीर समस्या के समाधान की ओर शायद किसी भी प्रशासनिक अधिकारी का ध्यान नही जा रहा खासकर तब जब अब फलोदी नए जिले के रूप मे है. दुर्घटना में मृत एक से अधिक शव होने से पोस्टमार्टम के इंतजार में परिजनों को यहां सर्दी,गर्मीं या वर्षा हो खुले मे बैठना पडता है.
डी फ्रीज की व्यवस्था नही
इतना ही नही संदिग्ध मामलों मे परिजनों द्वारा शव रखकर प्रदर्शन किए जाने की स्थिति मे डी फ्रीज की व्यवस्था सोचना तक असंभव हो जाता है. मोर्चरी की अव्यवस्थाओं को लेकर स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता कई बार प्रशासन से मांग करते रहे है लेकिन यहां के हालात आज भी जस के तस बने है.
मोर्चरी को लेकर समस्यायें
नए जिले की मोर्चरी को लेकर समस्याओं और परेशानियों पर एक दुर्घटना मे हुई मौत के बाद शवों को यहां लाए जाने के दौरान यहां आई परेशानी पर कुछ जागरूक लोगो ने जी राजस्थान न्यूज को बताया कि नये जिले का ये मोर्चरी खस्ता हाल मे है .
मुर्दाघर की हालत एकदम से खराब
राजस्थान में जोधपुर के फलोदी जिले के मोर्चर का हालत बेहाल है. यहां मुर्दाघर की हालत एकदम से खराब पड़ी है. जहां मौत के शव को पोस्टमाटम के लिए भी परिजनों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. जिसपर नाही प्रशाशन की नजर पड़ रही है और नाही स्वास्थ विभाग का कोई अधिकारी इस पर ध्यान दे रहा है.
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