बिलाड़ा में आपदा प्रबंधन को लेकर बैठक, टूटी सड़कों को 25 जून तक दूरस्त करने के दिए निर्देश
बिलाड़ा उपखंड में मानसून से पहले आपदा प्रबंधन को लेकर उपखंड अधिकारी भवानी सिंह चारण की अध्यक्षता में पंचायत समिति सभागार में बैठक हुई.
Bilara: जोधपुर जिले के बिलाड़ा उपखंड में मानसून से पहले आपदा प्रबंधन को लेकर उपखंड अधिकारी भवानी सिंह चारण की अध्यक्षता में पंचायत समिति सभागार में बैठक हुई. बैठक में चारण ने अधिकारियों से कहा कि वह अपने विभागीय अधीनस्थ दायित्व को निभाते हुए मानसून विदा होने तक बिना स्वीकृति के मुख्यालय नहीं छोड़े विशेषकर जल संसाधन विवाह नगर पालिका प्रशासन एवं पंचायत समिति प्रशासन को हर समय अलर्ट रहने के निर्देश दिए.
सिंचाई विभाग को अपने बांधों एवं एनीकट की सार संभाल एवं सूचना प्राप्त करने को लेकर बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित करने और वहां वायरलेस सेट लगाने रेन गेज वर्षा मापी यंत्र को दुरुस्त करने की बात कही, फिडरो की साफ सफाई करवा लें. साथ हीं, बांधों एवं एनीकट गेट की मरम्मत के साथ तैराकी उपलब्ध के साथ रेत के कट्टे और चोपड़ा फीडर में कटीली झाड़ियां को साफ सफाई करें.
उपखंड अधिकारी ने रसद विभाग अधिकारी से कहा कि वर्षा ऋतु के दौरान हर पेट्रोल पंप पर डीजल एवं पेट्रोल आरक्षित रखवा ने की व्यवस्था सुनिश्चित करें. थोक विक्रेता अपनी दुकानों में गेहूं उचित मूल्य की दुकानों में गेहूं आपदा प्रबंधन के लिए आरक्षित रखें. सभी रसोई गैस विक्रेता भी गैस सिलेंडर आरक्षित रखें.
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जलदाय विभाग को जलापूर्ति की व्यवस्था सुचारू रखने और आपदा के समय शुद्ध पेयजल आपूर्ति के लिए टैंकर आदि की व्यवस्था और निचले क्षेत्रों में बाढ़ का पानी बढ़ जाने पर उसे खाली करने के लिए अतिरिक्त पंपसेट व्यवस्था रखने के लिए निर्देशित किया. विकास अधिकारी भंवरलाल सोनी को निर्देश दिए कि प्रत्येक ग्राम पंचायत मे टॉर्च रक्षा ड्रैगन लाइट की व्यवस्था भी रखी जाएं. तहसीलदार ताराचंद प्रजापत सहित विभिन्न कार्यालयों के अधिकारी मौजूद रहे.
नगर पालिका की बढ़ी जिम्मेदारी
उपखंड अधिकारी ने अधिशासी अधिकारी जितेंद्र भाटी से कहां की वे अपने कार्यालय में नियंत्रण कक्ष स्थापित करें. कस्बे में जर्जर भवनों चिन्हित कर कार्रवाई करें. पालिका क्षेत्र की परिधि में सड़कों की मरम्मत और नालों की सफाई जल्द से जल्द करवाएं. पानी भराव चित्र वाली बस्तियों को चिन्हित कर लें. साथ हीं, बाढ़ और अतिवृष्टि के दौरान इन बस्तियों मे ऊंचे स्थानों पर लोगों स्थानांतरित करने के लिए आश्रय स्थलों का चयन किया जाए. कस्बे का तालाब और बिंज वाडिया नाले की साफ-सफाई 25 जून तक कर दें.
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