सरदारपुरा: जोधपुर में मवेशियों में फैल रही लम्पी स्किन डिसीज को लेकर राजस्थान पशुधन विकास बोर्ड के अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह सोलंकी ने पशु पालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. संजय सिंघवी, क्षेत्रीय रोग निदान केन्द्र के उपनिदेशक डॉ. विठलेश व्यास और राजस्थान गौसेवा समिति के अध्यक्ष हरनारायण सोनी व उपाध्यक्षं प्रकाश व्यास सहित गौशाला प्रबन्धकों के साथ बैठक कर चर्चा की एवं आवश्यक निर्देश दिये. सोलंकी ने बताया कि इस बीमारी का प्रकोप पश्चिमी राजस्थान के अधिकतर जिलों में है.


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राजस्थान के अलावा देश के अन्य राज्यों के पशुओं में भी इस बीमारी के लक्षण देखे गये हैं. इस बीमारी के मुख्य लक्षणों में पशुओं के शरीर पर त्वचा पर छोटी-छोटी गांठे होना, शुरूआत मे तेज बुखार, पैरों में सूजन तथा नाक व आँखों से पानी आना है.


उन्होंने बताया कि वर्तमान में इस बीमारी से बचाव के लिए कोई भी टीका उपलब्ध नहीं है. अतः लक्षणों के आधार पर उपचार किया जा रहा है. गौशाला प्रबन्धकों को क्षेत्र में समस्त गौशालाओं में बीमार पशुओं की अलग रहवास व्यवस्था करने एवं गौशाला में साफ-सफाई करने, मच्छर मक्खी व चीचड़ की रोकथाम करने के लिए निर्देश दिये. सोलंकी ने यह भी बताया कि एक राज्य से दूसरे राज्य और अन्तरजिला पशु आवागमन से बीमार पशु के सम्पर्क में आने से यह बीमारी फैल रही है.  


सोलंकी ने लम्पी स्किन बीमारी की रोकथाम और उपचार के लिये आवश्यक औषधियों की उपलब्धता सुनिश्चित किये जाने के निर्देश दिये. साथ ही आपातकालीन परिस्थितियों में औषधियों की खरीद के लिए बजट आवंटन करवाने का आश्वासन दिया. इसके अतिरिक्त जिले के अधिकारियों को प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर निगरानी, सर्वे, तुरंत उपचार व प्रभावी कार्यवाही के निर्देश दिये.


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