झंवर के अस्पताल में डॉक्टर की लापरवाही से नवजात की मौत का आरोप, ग्रामीण धरने पर बैठे
गर्भवती महिला के अस्पताल पहुंचने पर स्टाफ नहीं मिलने पर नवजात बच्ची की मौत हो गई, जिसके बाद ग्रामीणों ने अस्पताल के बाद धरना प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. महिला की तबीयत खराब होने पर जोधपुर उम्मेद अस्पताल रेफर कर दिया गया, जिससे ग्रामीणों ने नाराजगी जताते हुए भ्रष्टाचार के आरोप लगाए.
Luni: सामुदायिक अस्पताल में देर रात को गर्भवती महिला के अस्पताल पहुंचने पर स्टाफ नहीं मिलने पर नवजात बच्ची की मौत हो गई, जिसके बाद ग्रामीणों ने अस्पताल के बाद धरना प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. महिला की तबीयत खराब होने पर जोधपुर उम्मेद अस्पताल रेफर कर दिया गया, जिससे ग्रामीणों ने नाराजगी जताते हुए भ्रष्टाचार के आरोप लगाए. घटना की जानकारी मिलते ही पूर्व विधायक जोगाराम पटेल अस्पताल पहुंचे और अस्पताल के बाहर ग्रामीणों के साथ धरने में दोषी डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की.
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पूर्व विधायक जोगाराम पटेल ने कहा कि दर्जनभर गांवों से जुड़े अस्पताल होने की वजह से आए दिन समय पर सही इलाज नहीं होने से ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में डिलीवरी के वक्त बच्चे की मौत के मामले में डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की जा रही है , ग्रामीणों ने बताया कि इतना बड़ा अस्पताल होने के बावजूद भी समय पर स्टाफ नहीं आता. मरीजों को किसी तरह की सुविधा नहीं मिल रही है. ग्रामीणों ने डॉक्टरों के ऊपर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि इलाज के लिए पैसे मांगे जा रहे हैं. कई बार जनप्रतिनिधियों को जानकारी देने के बावजूद समस्या का समाधान नहीं हुआ है. घटना की जानकारी मिलते ही लूणी विधायक महेंद्र विश्नोई मौके पर पहुंचे और परिजनों से बातचीत कर दोषी डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही. अस्पताल के बाहर बोरानाडा एसीपी जयप्रकाश अटल , झंवर थाना अधिकारी मनोज कुमार परिहार, बीसीएमओ मोहनदान दैथा, जनादेसर संरपच भंवरलाल सांई और झंवर संरपच भंवरलाल पटेल मौजूद रहे.
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