अब शादी में कोई प्री वेडिंग शूट, डीजे और आतिशबाजी नहीं
फलोदी के बाप और हिंडोल गांव के सैंकड़ों लोगों ने समाज के पंचों की मौजूदगी में एक बड़ा फैसला लिया और इस तरह के किसी भी आयोजन पर रोक की बात कही.
Phalodi : हर कोई अपनी शादी को यादगार बनाना चाहता है. जिसके लिए डीजे, आतिशबाजी, रिसोर्ट बुकिंग जैसे तमाम ताम छाम किये जाते हैं. जिसमें आजकल एक और चीज जिसे प्री वेडिंग शूट कहते है भी शामिल हो गया है. शादी ने पहले कपल का ये शूट अगल अगल लोकेशन पर फिल्माया जाता है. बिल्कुल फिल्मों की तरह कपल इसमें अदा बिखेरते दिखते हैं.
लेकिन जोधपुर के फलोदी के लोग शादी के दौरान इन सारे तामछाम को फिजूलखर्च मानते हुए इसकी खिलाफत कर रहे हैं. फलोदी के बाप और हिंडोल गांव के सैंकड़ों लोगों ने समाज के पंचों की मौजूदगी में एक बड़ा फैसला लिया और इस तरह के किसी भी आयोजन पर रोक की बात कही.
ये फैसला जोड-हिण्डाल मस्जिद के सामने समाज के लोगों ने लिया. समाज का मानना है कि महज दिखावे के लिए परिवार , शादी ब्याह में अपनी पूरी जमा पूंजी लगा देता है. जबकि इस पूंजी का इस्तेमाल नया घर बसाने में किया जा सकता है. दिखावे के चलते लोग कर्ज में फंस जाते हैं और फिर साल दर साल और गरीब होते जाते हैं.
जोड़-हिण्डाल की मस्जिद के सामने बड़ी संख्या में जमा हुए समाज के प्रबुद्ध लोगों ने 10 से 12 गांव के लोगों के सामने ये फैसला लिया कि अब शादी ब्याह में फिजूलखर्ची नहीं हो. समाज के लोगों ने कहा इस जमा पूंजी का इस्तेमाल शिक्षा में किया जाये. ताकि समाज आगे बढ़ सके. समाज के बुजुर्गों को कहा है कि सीमित शिक्षा के चलते पहले ही अल्प संख्यक समुदाय बैकफुट पर चला आ रहा था और अब ये फिलूजखर्ची और मुसीबत बन गयी है.
अपने जिले की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें