शिकारपुरा ग्राम सेवक की दबंगई से लोग परेशान, काम के एवज में मांगते रिश्वत
राजस्थान में आए दिन हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई के बावजूद भी भ्रष्टाचार रूकने का नाम भी नहीं ले रहा है और कुछ भ्रष्ट अधिकारी अपनी हरकतों से बाज भी नहीं आ रहें हैं.
Luni: राजस्थान में आए दिन हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई के बावजूद भी भ्रष्टाचार रूकने का नाम भी नहीं ले रहा है और कुछ भ्रष्ट अधिकारी अपनी हरकतों से बाज भी नहीं आ रहें हैं. भ्रष्टाचार से जुडा ऐसा ही मामला लूणी तहसील के ग्राम पंचायत शिकारपुरा का सामने आया है. पीड़ित महिला चम्पा देवी ने बताया कि पीएम आवासीय योजना मे मकान बनाने के लिए पहली किस्त 15000 खाते में आई और मकान कि नीव तक का कार्य करवाया दिया गया.
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जब दुसरी किस्त नहीं आने पर चंपा देवी ने ग्राम विकास अधिकारी सवाई राम देवासी से मिलने पंचायत कार्यालय शिकारपुर पहुंची और बात कि तो ग्राम विकास अधिकारी ने पांच हजार रूपए मांगे, चम्पा देवी ने पांच हजार देने से मना कर दिया. इस के बावजूद अधिकारी ने एक भी पीड़ित महिला चम्पा देवी की फरियाद नहीं सुनी पीड़ित महिला ने प्रताड़ित होकर भ्रष्टाचार कि शिकायत 7.1.2022 राजस्थान सम्पर्क पोटल पर भी और बीडीओ तक को शिकायत कर दी गई. वहीं चम्पा देवी की शिकायतो के बाद पीड़ित महिला को ग्राम विकास अधिकारी ने नरेगा से भी नाम हटावा दिया.
पीड़ित महिला के पति मंगला राम ने बताया कि ग्राम विकास अधिकारी अपनी दबंगई दिखाते हैं और जब बात करने पहुंचते हैं तो जाति सूचक शब्द बोल कर पंचायत कार्यालय से धक्का-मुक्की करके बाहर निकाल देते है और एक भी नहीं सुनते हैं और बोलते है कि पी एम आवासीय योजना से नाम हटावा दिया जो पहली किस्त आई हुई है वो वापस जमा करवानी पड़ेगी. ग्राम विकास सवाई राम देवासी हमें डराते और धमकाते हैं.
जब राजस्थान संम्पर्क पोटल और बीडीओ से शिकायत कि तो इस मामले कि जांच के लिए पंचायत समिति लूणी से जांच अधिकारी गंगा सिंह और महेंद्र सिंह से जांच भी करवाई गई. पीड़ित महिला ने बताया कि जांच के दौरान दोनों जांच अधिकारी ग्राम विकास अधिकारी सवाईराम देवासी के साथ गाडी मे बैठ कर आए और जांच के दौरान अकेली महिला ही घर पर थी और घर के बहार से ही जांच कर के चले गए. जांच अधिकारियों कि इस कार्यशैली को देखते हुए पीड़ित महिला ने जांच अधिकारियों कि सांठ गांठ का भी आरोप लगाया.
Reporter: Arun Harsh