Jodhpur: पुलिस प्रशासन का कार्य जनता की सुरक्षा और सहायता करना है,लेकिन पुलिस अपराधियों से सांठ-गांठ कर इलाज के नाम पर खुली छूट दे दे तो फिर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठना लाजिमी है. पुलिस अपराधियों की मिली भगत के आरोप सामने आते रहे हैं. ऐसा ही ताजा मामला जोधपुर कमिश्नरेट में सामने आया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

आरोपी अस्पताल से गायब, तीन घंटे बाद वापस आया
जहां जेल से इलाज के लिए एमडीएम में भर्ती आरोपी रामनिवास को पुलिस चालानी गार्ड की मौजूदगी में अस्पताल से गायब होने और तीन घंटे बाद वापस अस्पताल आने का मामला सामने आया.


भीलवाड़ा में पुलिस कर्मियों की हत्या के मामले के सह आरोपी
मामला संदिग्ध होने पर उच्च अधिकारियों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 5 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया. साथ ही आरोपी और पुलिस कर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई है. एसीपी चक्रवर्ती सिंह ने वताया की 7 जुलाई को एमडीएम में भर्ती आरोपी जो कि भीलवाड़ा में पुलिस कर्मियों की हत्या के मामले के सह आरोपी है.


अस्पताल प्रशासन ने सूचना दी कि आरोपी रामनिवास वार्ड में नहीं है
आरोपी रामनिवास को जेल से इलाज के लिए एमडीएम में भर्ती कराया गया. यहां इसकी सुरक्षा में 5 पुलिस कर्मी लगे हुए थे, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने सूचना दी कि आरोपी रामनिवास वार्ड में नही हैं. इस पर त्वरित कार्रवाई की तो आरोपी को लेकर पुलिसकर्मी वार्ड में पहुंचे. इस दौरान आरोपी करीब 3 घंटे तक गायब रहा.


ये भी पढ़ें : बुजुर्गो की पेंशन लूट रहे 4 ईमित्र संचालक धरे, अपने खाते में डलवा लेते थे पेंशन


जब इससे इस सिलसिले में पूछताछ की तो उसने घूमने की बात बताई, लेकिन मामला संदिग्ध लगा तो मामले की गंभीरता को देखते हुए 5 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर जांच शुरू की. साथ ही इस संबंध में मुकदमा दर्ज कर आरोपी से पूछताछ शुरू की. 


अपने जिले की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें