Jodhpur Crime News:राजस्थान के जोधपुर के निकटवर्ती झंवर इलाके जोलियाली में रहने वाले एक व्यक्ति के पुत्र को मादक पदार्थ तस्करी के आरोप में पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार किया था. पिता का आरोप है कि उसे झूठे केस में फंसाया गया है. इस बारे में झंवर थाने में रिपोर्ट दी गई है. पंजाब पुलिस के जवानों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई है, आरोप है कि उससे 15 लाख रूपए भी मांगे गए है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मामला 6 मार्च का है और पिता को 8 मार्च को लुधियाना पुलिस की ओर से जारी एक प्रेस नोट में अपने बेटे मनवीर के बारे में पता चला. दो महीने तक पिता अपने बेटे को बचाने के लिए सबूत खंगालते रहे लेकिन कोई एक्शन नहीं हुआ तो 7 दिन पहले जोधपुर कोर्ट पहुंचे. यहां शिकायत हुई और कोर्ट ने झंवर थाने को मामला दर्ज करने के आदेश दिए है. 



झंवर पुलिस थाना अधिकारी मूलाराम ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर हेमनगर जोलियाली निवासी प्रेमाराम पुत्र भीखाराम की रिपोर्ट को दर्ज किया गया है. रिपोर्ट में लुधियाना पुलिस थाना डीवीजन 6 के इंद्रजीत, एएसआई सुबेग सिंह, कॉन्स्टेबल मनजिंदर सिंह, गुरूपिंदर सिंह, सुखदीप सिंह, बसंतलाल, धनवंत सिंह, हरप्रित सिंह, सतनाम सिंह, थाने के मुख्य आरक्षक, एएसआई राजकुमार व अन्य का नाम शामिल किया गया है. 


प्रेमाराम ने रिपोर्ट में बताया कि उसका बेटा मनवीर विश्नोई पिछले तीन साल से जयपुर में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा है. मार्च में मनवीर घर आया था. 6 मार्च को मनवीर अपने घर से जोधपुर शहर के लिए निकला था लेकिन वापस नहीं लौटा. उसके फोन पर कॉल किया तो किसी ने नहीं उठाया. इसके बाद पिता ने 8 मार्च को गुमशुदगी दर्ज करवाई थी.


लास्ट लोकेशन बीकानेर में , बहन से मांगे 15 लाख रुपए
मनवीर की गुमशुदगी दर्ज होने के बाद पुलिस और परिवार के लोगों ने उसकी तलाशी शुरू की. मनवीर के नंबर पर कॉल किया लेकिन रिसीव नहीं किया. इधर, उसकी लास्ट लोकेशन बीकानेर आई. इसी दौरान 8 मार्च को मनवीर की बहन के पास एक कॉल आया. 


कॉल करने वालों ने बहन से 15 लाख रुपए की डिमांड की और कहा-एक नंबर शेयर कर रहे हैं. रुपए हवाला से कहां और किसे भेजने है ये इस नंबर पर बता देंगे. इसके बाद पिता को भी कॉल आया और 15 लाख की डिमांड करते हुए कहा कि रुपए दे देने वरना बेटा फंस जाएगा. लुधियाना पुलिस की ओर से दिए नंबर पर कॉल किया तो नंबर बंद आया. 15 लाख रुपए फिरौती की जानकारी झंवर पुलिस को भी दी गई.



लुधियाना पुलिस ने जारी किया था प्रेस नोट, तब लगा पता 
मनवीर के पिता ने बताया कि 9 मार्च को उनके पास लुधियाना पुलिस का प्रेस नोट आया. इसमें बताया कि मनवीर को लुधियाना में एक बस से 2 किलो अफीम के साथ गिरफ्तार किया है. पिता ने बताया कि जब मनवीर पर दर्ज मामले की एफआईआर निकाली तो उन्होंने लुधियाना पुलिस ने दावा किया कि मनवीर ने कॉलेज की फीस भरने के लिए तस्करी कर रहा था. उसे 8 मार्च को दोपहर तीन बजे बस से नीचे उतरते हुए पकड़ा. मनवीर के पास एक बैग था. संदिग्ध लगने पर जब तलाशी ली तो अफीम निकली.


पिता प्रेमाराम ने खंगाला पूरा रूट
मनवीर के पिता ने बताया कि लुधियाना पुलिस झूठा दावा कर रही है कि वह उसे लुधियाना से गिरफ्तार किया था, जबकि वह 6 मार्च को घर से गायब हुआ. इसके बाद मनवीर के पिता ने जोधपुर से पंजाब जाने वाले सडक़ रूट और यहां आने वाले टोल का रूट नक्शा ढूंढा.


फुटेज में मनवीर को जोधपुर से ले जाने का लगा पता 
जोधपुर से बीकानेर जाने वाले अलग-अलग टोल पर लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो पता चला कि पंजाब की लुधियाना पुलिस के जवान मनवीर को जोधपुर से ले गए थे. इनके पास एक इनोवा कार भी थी, जिसमें मनवीर बैठा था. ये सारे फुटेज 7 मार्च के थे. 


इस कार में वे पुलिसकर्मी भी बैठे थे, जिनका प्रेस नोट में फोटो था. सीसीटीवी के फुटेज सबूत के तौर पर शामिल किए और पंजाब गए. वहां दो महीने तक चक्कर काटे और जब न्याय नहीं मिला तो कोर्ट की शरण ली और सबूत पेश किए.


पुलिस जुटी जांच में 
थानाधिकारी मूलाराम चौधरी ने बताया कि कोर्ट ने अपने आदेश में मामला दर्ज करने के आदेश देने के साथ इस पूरे मामले की जांच करने के लिए भी कहा है. इस पर अब अग्रिम अनुसंधान आरंभ किया गया है.


यह भी पढ़ें:Dungarpur Accident News:हादसे का शिकार हुए बाइक सवार दोस्त,1 की मौत,2 घायल