Rajasthan Election 2023, Jodhpur News:  बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा आज उदयपुर पहुंचे. जे पी नड्डा के जोधपुर पहुंचने पर पार्टी के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, प्रदेश अध्यक्ष सी पी जोशी और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने उनका जोरदार स्वागत किया. संभाग के पार्टी पदाधिकारियों की बैठक ले रहे हैं.



जे पी नड्डा पहुंचे उदयपुर 


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होटल हार्वर्ड जॉनसन में शुरू हुई दूसरे चरण की बैठक में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा उदयपुर संभाग में पार्टी के पदाधिकारियों के साथ एक बैठक करेंगे. आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर ये मंथन हो रहा है. बांसवाड़ा, डूंगरपुर और राजसमंद के पदाधिकारी  इस बैठक में शामिल हैं. प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे मंच पर मौजूद हैं.


आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर हो रहा मंथन


बता दें कि गुलाब चंद कटारिया के असम का राज्यपाल बनने के बाद उदयपुर सीट खाली हो गई थी. जोधपुर में नड्डा पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ सीधा संवाद करेंगे इसके बाद वे रात में दिल्ली रवाना होगें. यहां वे राजस्थान में होने वाले आगामी चुनाव को लेकर संगठन के नेताओं के साथ एक बैठक करेंगे.


भाजपा की जोधपुर शहर इकाई के अध्यक्ष देवेन्द्र सालेचा ने जानकारी दी है कि जे पी नड्डा पार्टी के जोधपुर संभाग के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं, वर्तमान और पूर्व सांसदों और विधायकों, पार्टी के विभिन्न मोर्चों और प्रकोष्ठों के पदाधिकारियों, सभी जिलों के वर्तमान और पूर्व जिला अध्यक्षों से मुलाकात और संवाद करेंगे.


राजस्थान में 25 नवंबर को होगा मतदान 


राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए 25 नवंबर को मतदान होना है. विधानसभा चुनाव से पहले नड्डा की जोधपुर यात्रा कई मायने में अहम मानी जा रही है. जोधपुर संभाग की 33 सीटों में से भाजपा ने केवल सांचौर के लिए उम्मीदवार की घोषणा की है.


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सांचौर विधानसभा सीट से पटेल को मैदान में उतारने के पार्टी के फैसले के विरोध में जालोर के कुल 8 में से 6 मंडल अध्यक्षों द्वारा हाल ही में दिए गए इस्तीफे से स्थिति और भी खराब हो गई है.


भाजपा के सामने मौजूदा सीटों को बरकरार रखने की चुनौती


गौरतलब है कि जोधपुर संभाग में छह जिले शामिल हैं, जिनमें 33 विधानसभा क्षेत्र हैं. भाजपा व सत्तारूढ़ कांग्रेस दोनों के पास 15-15 सीटें हैं, लेकिन दो निर्दलीय विधायकों के समर्थन से कांग्रेस का कुल जोड़ 17 सीटों का है.


यहां भाजपा के सामने मौजूदा सीटों को बरकरार रखने के साथ-साथ कांग्रेस के कब्जे वाली 17 और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के कब्जे वाली एक सीट पर सेंध लगाने की बड़ी चुनौती है.