Luni: कुछ सालों पहले एक पैर गंवाने के बाद बैसाखी के सहारे चलने वाली धुंधाड़ा गांव की एक बालिका कविता को भगवान महावीर विकलांग समिति के द्वारा कृत्रिम पैर लगाया गया. इसके अलावा जिला कलेक्टर जोधपुर के निर्देशानुसार समाज कल्याण विभाग लूणी के द्वारा इस बालिका को एक ट्राई साइकिल भी दी गई है.


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इस अवसर पर लूणी विधायक महेंद्र सिंह विश्नोई और प्रधान लूणी वाटिका राजपुरोहित द्वारा बालिका के पिता को हाथों-हाथ दिव्यांग पेंशन आदेश सुपुर्द करते हुए बालिका को साइकिल देकर प्रोत्साहित किया गया. इस संबंध में पिछले दिनों 'प्रशासन गांवों के संग' अभियान के फॉलोअप कैंप 17 मई को ग्राम पंचायत मुख्यालय धुंधाड़ा में आयोजित हुआ. जिसमें बालिका एक बैसाखी के सहारे अपने पिता के साथ आई थी.


इस पर उपखंड अधिकारी लूणी गोपाल परिहार ने तुरंत संज्ञान लेते हुए अपने सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के माध्यम से दिव्यांग पत्र प्रमाण पत्र के लिए आवेदन कराया. इसके बाद चिकित्सा विभाग से तत्काल दिव्यांग प्रमाण पत्र जारी करवाया और उसी दिन समाज कल्याण विभाग द्वारा दिव्यांग पेंशन स्वीकृत कराई गई.


उपखंड अधिकारी लूणी के निर्देश पर सामाजिक सुरक्षा अधिकारी लूणी ने भगवान महावीर विकलांग समिति के अधिकारी अंकित जैन से संपर्क कर एक सप्ताह के अंदर बालिका को कृत्रिम पैर लगवाया. साथ ही जिला कलेक्टर जोधपुर से अनुरोध करने पर उनके निर्देशानुसार समाज कल्याण विभाग द्वारा एक ट्राई साइकिल दी गई.


इस संबंध में बालिका के पिता ने बताया कि बालिका की मां का निधन पहले ही हो चुका है. बालिका धुंधाड़ा के ही एक छात्रावास में रहकर कक्षा दो में पढ़ रही है. जिसके संबल और प्रोत्साहन करते हुए लूणी उपखंड प्रशासन ने एक सकारात्मक पहल की जो कामयाब रही. इस अवसर पर समाजसेवी धुंधाड़ा छात्रावास अधीक्षक सोहनलाल विश्नोई सहित अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे.


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