Jodhpur : राजस्थान के जोधपुर के मथानिया अन्तर्गत खेत मालिक के पुत्र के बलात्कार से आहत होकर किशोरी के ट्रेन से कटकर आत्महत्या करने के मामले में पुलिस ने शुक्रवार को मृतका का शव बाहर निकलवाया और मेडिकल बोर्ड व एफएसएल ने शव की जांच कर साक्ष्य जुटाए. मृतका की मां के कोर्ट में मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान करवाए गए। 


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उधर, पूर्व संसदीय सचिव भैराराम सियोल ने राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता के चलते छवि धूमिल करने के लिए प्रकरण में झूठा नाम घसीटने का आरोप लगाया है. जानकारी के मुताबिक मथानिया थाना इलाके के मांडियाई खुर्द गांव में  11 मई की सुबह किशोरी ने ट्रेन से कटकर जान दे दी थी. तब मर्ग दर्ज कर पोस्टमार्टम कराया गया था.


 17 मई को मृतका के पिता ने खेत मालिक के पुत्र पर किशोरी से बलात्कार और उससे आहत होकर आत्महत्या करने का आरोप लगाते हुए एफआइआर दर्ज कराई थी. खेत मालिक पर पत्नी से बलात्कार और देह शोषण का आरोप भी लगाया गया था. जांच अधिकारी सहायक पुलिस आयुक्त ने एसडीएम (ओसियां) के आदेश पर शुक्रवार को मृतका का शव बाहर निकलवाया गया. तब महात्मा गांधी अस्पताल के चिकित्सकों के बोर्ड और एफएसएल ने मृतका के शव की जांच की गयी. बलात्कार के आरोपों के संबंध में शव की जांच कर आवश्यक साक्ष्य जुटाए गए. पुलिस ने मृतका की मां के मजिस्ट्रेट के समक्ष सीआरपीसी की धारा 164 के तहत बयान भी दर्ज करवाये.


11 दिन राज्य से बाहर था, आरोप बेबुनियाद : पूर्व विधायक
एफआइआर दर्ज नहीं करवाने के लिए मृतका के परिवार को धमकाने के आरोप को पूर्व विधायक भैराराम सियोल ने बेबुनियाद बताया. प्रेस वार्ता में पूर्व विधायक ने कहा कि मृतका के पिता ने 11 मई को घटना के बाद थाने जाने के दौरान रोकने और परिवार सहित जान से मारने के साथ साथ  समाज और गांव से बाहर करने का आरोप लगाया था. जबकि पूर्व विधायक 4 मई को जयपुर गए थे. दूसरे दिन जयपुर से गोवाहाटी और फिर चेन्नई गए थे. 13 मई को जोधपुर लौटे थे. उनके पास ट्रैवल हिस्ट्री भी है. घटना के दिन 11 मई को वो बेंगलुरु में थे. न ही किसी पक्ष से बात हुई थी. पूर्व विधायक ने पुलिस कमिश्नर नवज्योति गोगोई से मिलकर निष्पक्ष जांच की मांग की.


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