Jaisalmer: अपनी सौतेली मां (Stepmother) के अत्याचारों से एक किशोर इतना तंग आ गया कि उसने अपना देश छोड़ हजारों किलोमीटर दूर जैसलमेर में शरण ले ली. नेपाल (Nepal) से निकला श्रीराज (Shreeraj) भटकते-भटकते जैसलमेर पहुंच गया. जैसलमेर रेल्वे स्टेशन (Jaisalmer Railway Station) पर भटकता देख किसी ने चाइल्ड लाइन (Child line) को सौंपा. 3 महीने जैसलमेर में बिताने के बाद शुक्रवार को जैसलमेर पुलिस (Jaisalmer Police) श्रीराज को लेकर नेपाल के लिए रवाना हुई. भारत में एक साल भटकने के बाद आखिर श्रीराज वापस काठमाण्डू को देख सकेगा. 


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किशोर श्रीराज ने बताया कि वो नेपाल देश की राजधानी काठमांडू (Kathmandu) के पास स्थित छोटे से गांव लोकनथली का निवासी है. जब वो 6 साल का था तब उसके पिता ने उसकी मां को छोड़कर दूसरी शादी कर ली. उसकी मां को जब इसकी जानकारी मिली तब उसने श्रीराज को उसके ननिहाल छोड़कर दूसरी शादी कर ली. वो अपने नहिहाल में रहा तथा उसके नाना के बताए पूजा पाठ के काम में लगा रहा.


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एक साल बाद सौतेली माँ ले गई वापस
श्रीराज ने बताया कि उसकी सौतेली मां ने साल भर बाद वापस उसे अपने घर ले आई. उसे घरेलू कामों और पिता के भेलपूरी बनाने और बेचने के काम में लगा दिया. वर्ष 2019 में जब उसकी सौतेली बहन का जन्म हुआ तबसे उसकी सौतेली मां का व्यवहार उसके प्रति बदल गया और वो उसके साथ अत्याचार करने लगी. 


साल 2020 में घर से भागकर नेपाल से भारत आ गया था 
श्रीराज आगे बताते हुए कहता है कि वो अपनी सौतेली मां के अत्याचारों (Atrocities) से इतना तंग आ गया कि उसने नेपाल छोड़ दिया और भटकते-भटकते भारत आ गया. यहां वो काफी भटका फिर कोटा (Kota) आ गया, जहां वो एक बसेरा शेल्टर होम (Basera Shelter Home) में रहा. वहां से भागकर मेरठ चला गया. मेरठ से वो ट्रेन में जैसलमेर आ गया. 


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मई महीने में जैसलमेर रेल्वे स्टेशन पर मिला
बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष अमीन खान (Amin Khan) ने बताया कि चाइल्ड लाइन ने इस बच्चे को रेल्वे स्टेशन से बरामद किया था. वो काफी डरा सहमा था. हमने उसकी जानकारी जुटाकर उसे किशोर सम्प्रेषण गृह में रखा. हमने इसके मां-बाप का पता लगाकर उनसे बात करी. वो इतने सक्षम नहीं है कि यहां आकार इसे ले जा सकें. इसलिए हम पुलिस सुरक्षा में इसे वापस नेपाल भिजवा रहे हैं.


बाल कल्याण समिति अध्यक्ष ने किया विदा 
करीब एक साल की अपने परिवार से दूरी श्रीराज को बहुत खल रही है. अब वो घर वापस लौट रहा है तो वो खुशी उसके चेहरे से झलक रही है. बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष अमीन खान ने उसको प्यार से विदा किया.

Report- Shankar Dan