Jodhpur के इस क्षेत्र में आंवले की बंपर पैदावार, किसानों को होगा मुनाफा
जोधपुर (Jodhpur News) स्थित केंद्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान काजरी में इस बार आंवले की बंपर पैदावार हुई. ऐसे में माना जा रहा हैं कि अगर किसान इसकी खेती करते हैं तो उन्हें अच्छा मुनाफा मिलेगा, जिससे उनकी आय भी बढ़ सकेगी. यही नहीं कम पानी में एक बार पौधा लगने के बाद सालों साल फल मिलते रहेंगे.
Jodhpur: मरुस्थल में आंवले की खेती की भरपूर संभावना हैं. आंवले की खेती से कम पानी में किसान ज्यादा आमदनी ले सकते हैं. जोधपुर (Jodhpur News) स्थित केंद्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान काजरी में इस बार आंवले की बंपर पैदावार हुई. ऐसे में माना जा रहा हैं कि अगर किसान इसकी खेती करते हैं तो उन्हें अच्छा मुनाफा मिलेगा, जिससे उनकी आय भी बढ़ सकेगी. यही नहीं कम पानी में एक बार पौधा लगने के बाद सालों साल फल मिलते रहेंगे.
डॉक्टर पी एन मेघवाल ने बताया कि काजरी में विभिन्न प्रकार के आंवले के पौधे लगाए गए हैं, जिसमें अलग-अलग किस्म की भरपूर मात्रा में पैदावार ली जा रही है. इस काजरी मे 30 से 40 रुपये किलो से बेचा जा रहा है. किसान भी आंवले की खेती करके भरपूर पैदावार ले सकते हैं, एक बार मेहनत करके पूरी जिंदगी पैसे कमाना चाहते हैं तो आंवले की खेती कर सकते हैं. इसमें एक बार खेती करने के बाद 55 से 60 साल तक फसल ले सकते हैं.
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वहीं, आंवले के बहुत सारे स्वास्थ्य के लिए फायदे भी हैं, जिसकी वजह से इसकी बाजार मे तगड़ी मांग रहती है. आंवले की खेती से कितना मुनाफा कमा सकते हैं, वैसे तो किसान को हर साल में अधिकतर दिन अपने खेतों में काम करना होता है लेकिन कुछ फसलें ऐसी होती हैं, जिनकी एक बार रोपाई करके पूरी जिंदगी कमाई की जा सकती है.
आंवले की खेती ऐसी है, जिसके पौधे एक बार लगाने होते हैं और फिर यह 50 से 60 साल तक फल देंगे. देश में आंवले की खेती सबसे अधिक यूपी में होती है और उसके बाद नबंर आता है मध्य प्रदेश और तमिलनाडु का. आंवले के बहुत सारे हेल्थ बेनिफिट भी होते हैं इसलिए इसकी मांग भी काफी होती है. इसकी खेती करके किसान शानदार कमाई कर सकते हैं.
Reporter- Bhawani Bhati